लगातार घाटे में चल रहे एअर इंडिया ने लंबी दूरी के यात्रियों को लुभाने और राजस्व बढ़ाने के वास्ते अंतरराष्ट्रीय गंतव्यों के लिए उड़ान भरने वाले अपने बोइंग विमानों के बेड़े में प्रथम और बिजनेस क्लास को और उन्नत बनाया है.
एयर इंडिया में चालक दल के सदस्यों की नई वर्दी के साथ ही सेवाओं में सुधार की कोशिश उस समय की जा रही है जब सरकार की ओर से घाटे में चल रही सरकारी विमान वाहक सेवा के लिए विनिवेश की योजना अभी रोक दी है.
उन्नत प्रीमियम क्लास को ‘महाराजाडायरेक्ट’ नाम दिया गया है और एयरलाइन को इन प्रीमियम क्लास से अपना राजस्व प्रतिदिन 6.5 करोड़ रुपये तक बढ़ने की उम्मीद है. अभी मौजूदा राजस्व प्रति दिन चार करोड़ रुपये है.
नागरिक उड्डन सचिव आरएन चौबे ने ‘महाराजाडायरेक्ट’ की घोषणा करते कहा, ‘किसी भी एयरलाइन के लिए राजस्व का अहम स्रोत बिजनेस और प्रथम क्लास होता है इसलिए दुनिया की किसी भी एयरलाइन के बिजनेस क्लास की बराबरी करने के लिए एअर इंडिया के बिजनेस क्लास को उन्नत बनाने की कोशिश की गई है.’
उन्होंने कहा, ‘यात्रियों को उतने ही पैसे में बेहतर अनुभव मिलेगा जितने वे पहले दे रहे थे. उन पर कोई भी अतिरिक्त भार नहीं लगाया जा रहा है.’ उन्होंने बताया कि सुधार करने के बाद एअर इंडिया का राजस्व करीब 20 फीसदी तक बढ़ने की उम्मीद है.
एयर इंडिया के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक (सीएमडी) प्रदीप कुमार खरोला ने कहा कि अमेरिका जैसे गंतव्यों पर जाने वाले उसके बोइंग 777 विमान के बेड़े में प्रथम और बिजनेस क्लास की सीटों को जुलाई अंत तक उन्नत बनाया जाएगा जबकि अधिकतर यूरोप जाने वाले बोइंग 787 विमान को उन्नत बनाने में एक और माह लगेगा.
इन विमानों में चालक दल के सदस्यों की नई वर्दी होगी जो पारंपरिक और पश्चिमी पोशाक का मिला-जुला रूप होगा. साथ ही यात्रियों को स्वादिष्ट व्यंजन और क्षेत्र के आधार पर पेय पदार्थ भी परोसे जाएंगे.
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