उत्तराखंड में मौसम का मिजाज नरम-गरम बना हुआ है। गढ़वाल के अधिकांश जनपदों में जहां सुबह धूप खिल गई, वहीं देहरादून, हरिद्वार सहित अन्य मैदानी इलाकों में बादल घिरे हैं। कुमाऊं में सुबह जोरदार बारिश से जंगलो में लगी आग बुझने के कारण वन विभाग ने राहत महसूस की।
कल शाम से कहीं-कहीं हल्की बारिश से मैदानी क्षेत्रों में अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से कम हो गया, वहीं पर्वतीय नगरों में यह 30 डिग्री सेल्सियस के आसपास है।
केरल मानसून भले ही दस्तक दे चुका हो, लेकिन अभी इसके उत्तराखंड पहुंचने में समय है। बावजूद इसके बुधवार को यमुनोत्री क्षेत्र में हुई बारिश से देर रात हाईवे पर मलबा आ गया। इससे करीब चार घंटे मार्ग बंद रहा। सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के जवानों ने कड़ी मशक्कत के बाद सुबह यातायात सुचारु कर दिया।
गुरुवार को भी मौसम में उमस ज्यादा रही। गढ़वाल से लेकर कुमाऊं तक मौसम का मिजाज कुछ ऐसा ही बना रहा। उत्तरकाखंड में पौड़ी जिले कोटद्वार सबसे गर्म साबित हुआ। यहां अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। दूसरी ओर रुड़की और हरिद्वार में भी पारा 38 डिग्री सेल्सियस के पार रहा। वहीं देहरादून में अधिकतम तापमान 36.4 और न्यूनतम 24.8 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया।
आज शुक्रवार को मौसम ने फिर राहत दी। देहरादून, ऋषिकेश, हरिद्वार, रुड़की में बादल छाए हैं। वहीं, गढ़वाल के जिलों में सुबह धूप निकल गई। कुमाऊं में नैनीताल, अल्मोड़ा, रानीखेत, पिथौरागढ़ आदि स्थानों पर जोरदार बारिश के चलते जंगलों में लगी आग भी बुझ गई। मौसम विभाग के मुताबिक अभी कई इलाकों में हल्की व मध्यम बारिश का दौर जारी रहेगा।