विभाग ने मशीनरी और औषधियां खरीद के लिए बजट किया जारी, आयुर्वेद निदेशालय ने दिए दिशा-निर्देश
आयुर्वेद निदेशालय के अनुसार राजकीय आयुर्वेद औषधालय कांकरोली राजसमंद में पंचकर्म केन्द्र खोला जाएगा। इसी प्रकार राजकीय आयुर्वेद चिकित्सालय बाड़मेर, राजकीय जिला आयुर्वेद चिकित्सालय भीलवाड़ा, राजकीय आयुष अ श्रेणी चिकित्सालय भरतपुर, राजकीय आयुष चिकित्सालय बालचंद का पाडा बूंदी, राजकीय आयुर्वेद चिकित्सालय जैसलमेर, राजकीय आयुर्वेद जिला चिकित्सालय जालौर, राजकीय आयुर्वेद चिकित्सालय करौली एवं राजकीय आयुर्वेद चिकित्सालय आवा टोंक में पंचकर्म केन्द्र खोले जाएंगे। इसमें मशीनरी और सामान खरीद के लिए 2-2 लाख एवं औषधियों के लिए एक-एक लाख रुपए का बजट जारी किया गया है।
3 जिलों में खुलेंगे आंचल प्रसूता केन्द्र
प्रदेश के तीन जिलों के राजकीय आयुर्वेद चिकित्सालय/औषधालय में नए आंचल प्रसूता केन्द्र खोले जाएंगे। इसके तहत राजकीय आयुर्वेद औषधालय आमेट-राजसमंद, राजकीय आयुर्वेद चिकित्सालय प्रतापगढ़ एवं राजकीय आयुर्वेद औषधालय खुड़ाला-पाली में यह केन्द्र खोले जाएंगे। प्रत्येक केन्द्र के लिए 60 हजार रुपए मशीनरी और साजो-सामान, 2 लाख रुपए औषधियों एवं एक लाख रुपए खाद्य सामग्री के लिए खर्च किए जाएंगे। उक्त केन्द्र मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाने तथा कुपोषण रोकने के उद्देश्य से खोले जाएंगे।
11 जिलों में खुलेंगे जरावस्था निवारण केन्द्र
प्रदेश के 11 जिलों में जरावस्था निवारण केन्द्र खोले जाएंगे। इसके तहत राजकीय प्राकृतिक चिकित्सालय गायत्रीनगर भीलवाड़ा, राजकीय आयुर्वेद सामान्य चिकित्सालय जैसलमेर, राजकीय आयुर्वेद चिकित्सालय झिलाय-टोंक, राजकीय आयुर्वेद चिकित्सालय दौसा, राजकीय आयुर्वेद चिकित्सालय सागवाड़ा, राजकीय आयुर्वेद चिकित्सालय झालावाड़, राजकीय आयुर्वेद चिकित्सालय सार्वजनिक चिकित्सालय सिरोही, राजकीय आयुर्वेद औषधालय देवगढ़ राजसमंद, राजकीय आयुर्वेद चिकित्सालय प्रतापगढ़, राजकीय आयुर्वेद औषधालय आसरलाई पाली एवं राजकीय आयुर्वेद चिकित्सालय बाड़मेर में जरावस्था निवारण केन्द्र खोले जाएंगे। प्रत्येक केन्द्र के लिए 2-2 लाख रुपए का बजट जारी किया गया है। पंचकर्म में शरीर को आंतरिक रूप से शुद्ध किया जाता है।