आधुनिक जमाने को हम विज्ञान का जमाना कहते है इसी के चलते हम रहस्यमई बातों पर कम विश्वास करते है लेकिन अगर एक बार सोते तो दिमाग वाकई यह कहता है कि प्राचीन समय के लोगों के द्वारा बताई गई यह बातें हमेशा सच साबित होती है, कही ना कही इन बातों में अर्द सत्य जरूर छिपा हुआ है। इसलिए पुरानी बातों पर नहीं चाहते हुए भी विश्वास होनें लगता है।
माना आज काक दौर विज्ञान का दौर है लेकिन आत्मा को आज तक कोई नहीं देख सका औऱ ना ही यह साबित कर सका आत्मा किस तत्व का मिश्रण है। आज एक ऐसे रहस्य के बारे मे बात करने जा रहे है जिसके सत्य होने की पीछे कई कारण दिखाई देते है। हालांकि कुछ लोग इसे अंधविश्वास का नाम देते है लेकिन यह तो सब जानते हैं, कि सत्य कभी नहीं छिप सकता है।
इस बात का वेदों में जिक्र किया गया है कि कि इंसान की मृत्यु होने के बाद उसकी आत्मा को यमदूत लेने आते है। जिसके बाद उसके सारे कर्म उसके सामने आ जाते है। जिसके अनुरूप उसे दंडित किया जाता है। उसे सारा बोध हो जाता है कि उसने जीते जी कितना पाप किया है।
इसी के साथ शास्त्रों में इस बात का भी उल्लेख है कि मृत्यु के बाद इंसान की आत्मा 24 घंटों बाद वापस उसके शरीर के पास आ जाती है। जो अपने परिजनों का दुख देखकर इधर उधर भटकती है। उसके पापों के अनुसार उसे दंड दिया जाता है औऱ फिर 13 दिन वापस यमलोक की यात्रा कराई जाती है जहां कर्मों के अनुसार उसे यौनि दी जाती है।