पटना, सीपीआइ (CPI) का दामन छोड़कर कांग्रेस में आने वाले कन्हैया कुमार को बिहार में केवल राजद ही पहचानने से इन्कार कर रहा है। राजद के प्रवक्ता भाई वीरेंद्र ने कहा था कि वे किसी कन्हैया कुमार को नहीं जानते। बिहार के बाकी सभी दल कन्हैया कुमार के बारे में कुछ न कुछ बयान जरूर दे रहे हैं। इस बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के चहेते और कांग्रेस को छोड़कर ही जदयू में आए राज्य के मौजूदा भवन निर्माण मंत्री ने कन्हैया कुमार को खास अंदाज में शुभकामना दी है और साथ ही उनके राजनीतिक भविष्य को लेकर चिंता भी जताई है।
एक जमाने में प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं कांग्रेस के
एक जमाने में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रहे और वर्तमान में जदयू के वरिष्ठ नेता और भवन निर्माण मंत्री अशोक चौधरी ने शुक्रवार को कहा कि कांग्रेस को गाली देकर राजनीति में आए कन्हैया से कांग्रेस के लिए कोई चमत्कार की उम्मीद बेमानी है। कांग्रेस में कुछ न कुछ संकट जरूर है। यही वजह है कि कांग्रेस के स्थापित लोगों को मजबूरी में पार्टी से बाहर का रास्ता देखना पड़ा है।
अशोक चौधरी ने कहा कि कन्हैया बिहार के हैं। उन्हें मेरी शुभकामनाएं हैं, लेकिन सब कुछ ठीक नहीं लग रहा कांग्रेस में। एक जमाने में असम में विस्व शर्मा कांग्रेस के नेता थे, ममता बनर्जी युवा कांग्रेस की अध्यक्ष थीं, यूपी में जितिन प्रसाद कांग्रेस की दो पीढ़ियों के नेता थे और अब भाजपा के मंत्री हैं। पंजाब में क्या हुआ अमरिंदर सिंह का। कांग्रेस के लिए उन्होंने क्या नहीं किया पंजाब में। उन्हें नवजोत सिंह सिद्धू के कहने पर हटा दिया गया। अब वही नवजोत सिंह सिद्धू ने इस्तीफा दे दिया है। मध्य प्रदेश में ज्योतिरादित्य सिंधिया दो पीढिय़ों के नेता हैं। सचिन पायलट की प्रतिभा का इस्तेमाल राजस्थान में कांग्रेस ने नहीं किया। वह अपमानित होकर बैठे हुए हैं। ऐसे में कन्हैया क्या कर पाएंगे यह समय बताएगा।