हर साल चार फरवरी को विश्व कैंसर दिवस मनाया जाता है। कैंसर के प्रति जागरुकता और इस बीमारी से बचाव के उद्देश्य से दुनियाभर के सारे देश विश्व कैंसर दिवस मनाते हैं।
दुनिया में सबसे ज्यादा मौतें फेफड़े के कैंसर से होती हैं। भारत में भी फेफड़े का कैंसर एक ऐसा कैंसर है जो पुरुषों को सबसे ज्यादा होता है और कई बार आखिरी स्टेज में इसके लक्षणों की पहचान हो पाती है। फेफड़े के कैंसर के कई कारण है जिनमें सिगरेट और तंबाकू का सेवन सबसे आम है। सिगरेट के धुएं में चार हजार से ज्यादा रसायन होते हैं जिसकी वजह से फेफड़े के कैंसर का जोखिम बहुत ज्यादा बढ़ जाता है। शोधों में यह बात सामने आई है कि अगर कोई व्यक्ति एक दिन में एक पैकेट सिगरेट पीता है तो उसे फेफड़े के कैंसर का जोखिम 20 से 25 फीसदी बढ़ जाता है। आइए जानते हैं फेफड़े के कैंसर के लक्षण
सिर दर्द
थकान
हड्डियों में दर्द
चेहरे और गर्दन में सूजन
बोलने में दिक्कत
धुंधला दिखना
याददाश्त कमजोर
लगातार खांसी
छाती में दर्द
खांसी में खून आना
सांस लेने में दिक्कत
लगातार खांसी
खांसी में खून
जल्दी-जल्दी सांस फूलना
शरीर में थकान रहना
छाती में झकड़न और दर्द
वजन घटना
फेफड़े के कैंसर की वजह वायु प्रदूषण भी है। रेडियो एक्टिव पदार्थों से निकलने वाली गैस से भी फेफड़े का कैंसर होता है। इसके अलावा फेफड़े का कैंसर एक आनुवांशिक बीमारी है। करीब 8 से 10 फीसदी लोगों में फेफड़े का कैंसर पारिवारिक पृष्ठभूमि की वजह से होता है। इसके अलावा टीवी की बीमारी से भी फेफड़े का कैंसर होता है।