भारत सरकार ने विकिपीडिया (Wikipedia) को नोटिस भेजा है। इस नोटिस में पिछले महीनों में उसके खिलाफ की गई शिकायतों और पक्षपात जैसी चीजों के बारे में जिक्र है। इसमें कहा गया है कि विकिपीडिया को मध्यस्थ के बजाय प्रकाशक क्यों नहीं माना जाना चाहिए।
साथ ही दिल्ली हाईकोर्ट ने भी एशियन न्यूज इंटरनेशनल (ANI) के पेज को गलत तरह से एडिट किए जाने के मामले में विकिपीडिया को फटकार लगाई है। कुछ दिन पहले दिल्ली हाईकोर्ट ने यह भी कहा था कि अगर किसी को भारत पसंद नहीं है तो वह देश छोड़ सकता है।
कोर्ट ने क्या कहा?
दिल्ली हाईकोर्ट ने कहा है कि अगर किसी के विकिपीडिया पेज को गलत तरह से एडिट किया जाता है और उसमें कंपनी उसका साथ देती है तो यह पूरी तरह से गलत है। जस्टिस सुब्रमण्यम प्रसाद ने कहा कि अगर वह खुद मध्यस्थ बताता है, तो आपको इसमें क्या परेशानी हो रही है। अगर किसी चीज को गलत से एडिट किया गया है तो बिल्कुल भी विकिपीडिया को उसके साथ खड़ा नहीं होना चाहिए।
क्या है पूरा मामला
इस विवाद को जड़ उस समय मिली, जब किसी ने एएनआई के विकीपीडिया पेज को एडिट करके लिख दिया कि वह सरकार का प्रोपेगैंडा टूल है। इसके साथ ही विकिपीडिया पेज पर कई चीजें गलत तरह से एडिट की गईं। उस समय कोर्ट ने कहा था कि जिन्होंने एएनआई के विकिपीडिया को पेज गलत तरह से एडिट किया है। उनके नाम का खुलासा किया जाना चाहिए। ऐसा करने से विकिपीडिया ने इंकार कर दिया था।
कब हुई थी शुरुआत?
साल 2001 में विकिपीडिया की शुरुआत हुई थी। इसकी शुरुआत करने वाले जिमी वेल्स लैरी सेंगर थे। साल 2003 में इसे हिंदी में भी लॉन्च किया गया। जानकारी के अनुसार, हर महीने 1.7 अरब यूजर्स जानकारी के लिए विकिपीडिया का इस्तेमाल करते हैं। इस यूजर्स को कंटेंट को एडिट करने की सुविधा भी मिलती है, जिसकी वजह से कई बार लोग यहां गलत चीजें भी एडिट कर देते हैं।