उत्तराखंड के टिहरी में बीते दिन गुरुवार को राजशाही से आजादी दिलाने वाले अमर शहीद श्रीदेव सुमन के बलिदान दिवस को सुमन दिवस के रूप में मनाया गया। इस दौरान जिले के अलग-अलग स्थानों में श्रीदेव सुमन को श्रद्धांजलि देते हुए ये बलिदान दिवस मनाया गया। वहीं इस मौके पर नई टिहरी में स्कूली बच्चों के द्वारा रैली निकाल कर श्रीदेव सुमन की शहादत को याद किया।
सूचना के मुताबिक, जिला मुख्यालय स्थित जिला कारागार के समीप अमर शहीद श्रीदेव सुमन कक्ष, श्री देव सुमन सुमन उत्तराखंड विश्वविद्यालय मुख्यालय बादशाहीथौल, सुमन पार्क चंबा, श्री देव सुमन के पैतृक गांव जौल सहित जनपद में सुमन जी को श्रद्धा सुमन अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गई और उनके त्याग और बलिदान को याद किया गया। नई टिहरी में स्कूली बच्चों द्वारा रैली निकाली गई और श्रीदेव सुमन को श्रद्धांजलि देने के साथ ही उनकी बेड़ियों के भी दर्शन किए गए। सुमन दिवस पर नई टिहरी जेल आम पब्लिक के देखने के लिए खोली जाती है।
वहीं श्रीदेव सुमन के बलिदान दिवस पर वरिष्ठ कवि एवं साहित्यकार सोम्बारी लाल सकलानी निशांत ने श्रीदेव सुमन को श्रद्धांजलि दी। साथ ही कहा कि राजशाही के खिलाफ सुमन जी ने अहिंसात्मक आंदोलन चलाया था, जो विचारधारा और सिद्धांत के द्वारा चलाया गया आंदोलन था। इसी के साथ श्री देव सुमन विवि. के कुलपति प्रो एनके जोशी ने कहा कि श्री देव सुमन के जौला गांव को विवि. ने गोद लिया है। विवि. द्वारा वहां पर कई तरह की गतिविधियां चलाई जा रही। इस मौके पर डीएम ने कहा कि श्रीदेव सुमन ने जो 84 दिन का अनशन कर टिहरी वासियों के लिए बलिदान दिया, उससे हमें प्रेरणा लेनी चाहिए।