बीजेपी खुद को मजबूत करने के लिए पश्चिम बंगाल में हर वो दांव अपना रही है, जो उसकी राजनीतिक जमीन को विस्तार दे सके. इसी कोशिश में पश्चिम बंगाल में बीजेपी के नेताओं की बैठक में पार्टी के एक शीर्ष नेता ने विपक्षी दल के वामपंथी नेताओं को शामिल करने पर जोर दिया है. अगर आदर्श की बात करें तो, यह दोनों पार्टिया उत्तर और दक्षिण की तरह हैं. वहीं, अब उन्ही वामपंथी दलों के नेताओ को बीजेपी में शामिल करने के लिए निर्देश दिया गया है. बीजेपी नेताओं की बैठक में साफ तौर पर कहा गया है कि तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के लोगों को लेने की जरूरत नहीं है. इनकी जगह शिक्षित वामपंथी नेताओं को पार्टी में लाना होगा. इससे आम जनता के ऊपर अच्छा प्रभाव होगा.

आपकी जानकारी के लिए बता दे कि इसी वर्ष हुए लोकसभा चुनाव से 3 साल पहले बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने कहा था कि अगर विरोधी दल को नहीं तोड़ा गया और वहां से नेताओं को शामिल नहीं किया गया तो, पार्टी मज़बूत नहीं होगी और नाही बढ़ेगी. इसी के बाद तृणमूल कांग्रेस के कई नेताओं को बीजेपी में शामिल करवाया गया.
अगर आपकों नही पता तो बता दे कि 2017 के नवंबर में टीएमसी के दाएं हाथ माने जाने वाले मुकुल रॉय जब बीजेपी में शामिल हुए थे, उसे तृणमूल की कमर तोड़ना माना गया था. उसके बाद 2019 के लोकसभा चुनाव के ठीक पहले तृणमूल के कई बड़े नेता मुकुल रॉय का हाथ थाम बीजेपी में शामिल हुए थे. जिनमें अर्जुन सिंह, शंकुदेवपांडा, सौमित्रखा, निशीथ प्रामाणिक और अनुपम हज़रा अहम थे.
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