नई दिल्ली। कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली कूच कर रहे पंजाब और हरियाणा के किसान पुलिस की रोक से भड़क गए। गुरुवार को पंजाब से लेकर हरियाणा मेें जगह-जगह किसानों के संघर्ष के बाद शुक्रवार को भी उनका मार्च जारी है। किसानों पर आज भी आंसू गैस के गोले दागे गए लेकिन उनकी हिम्मत नहीं डिगी है। दिल्ली मेट्रो ने एहतियात के तौर पर छह मेट्रो स्टेशनों से निकासी और प्रवेश की सुविधा बंद कर दी है। वहीं किसानों ने आज तीन मांग रखते हुए पीएम मोदी को चिट्ठी भी लिखी है। पढ़ें दिनभर का अपडेट.
मथुराः यमुना एक्सप्रेसवे पर बैठे किसान, लगा लंबा जाम
मथुरा में यमुना एक्सप्रेसवे पर भी किसानों के आंदोलन के चलते लंबा जाम लग गया है। किसान सड़क घेरकर यमुना एक्सप्रेसवे पर बैठे हैं।
संजय सिंह ने केजरीवाल से की दिल्ली पुलिस की मांग ठुकराने की गुजारिश
दिल्ली पुलिस ने केजरीवाल सरकार से नौ स्टेडियम को अस्थायी जेल बनाने की जो अनुमति मांगी है उसे लेकर आप के कई नेता विरोध कर रहे हैं। पहले राघव चड्ढा ने और अब संजय सिंह ने केजरीवाल से गुजारिश की है कि वह दिल्ली पुलिस को ये इजाजत न दें। संजय सिंह ने ट्वीट किया, ‘वाह मोदी जी क्या देश के अन्नदाता ने आपका पेट भरकर, वोट देकर इसी दिन के लिए देश का प्रधानमंत्री बनाया था कि आप उनके साथ जानवरों सा व्यवहार करें। मैं मुख्यमंत्री जी से आग्रह करूंगा कि दिल्ली पुलिस की जेल बनाने की मांग ठुकरा कर, अन्नदाताओं का स्वागत करें।
किसानों ने लिखी पीएम मोदी को चिट्ठी, रखी ये तीन मांगें-
योगेंद्र यादव ने बताया है कि संयुक्त किसान मोर्चा के दिल्ली चलो आंदोलन के तहत राजधानी कूच कर रहे किसानों ने शुक्रवार सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खत लिखा है। इस खत में किसानों ने तीन मांगें की हैं-
पहली- किसानों को बेरोक टोक दिल्ली जाने दिया जाए। सभी बैरिकेड हटाए जाएं, सड़कें खाली की जाएं और हमें शांतिपूर्ण तरीके से दिल्ली जानें दें।
दूसरी- रामलीला मैदान या अन्य कोई स्थान खाली कराकर किसानों को दिया जाए ताकि वहां पर वह प्रदर्शन कर सकें।
तीसरी- सरकार सभी किसान प्रतिनिधियों से तत्काल बात करें।
आंसू गैस के गोले दागने के बाद सिंघु बॉर्डर पर बैठे किसान-
आंसू गैस के गोले दागने के बाद पुलिस ने सिंघु बॉर्डर से 500 मीटर का क्षेत्र खाली करा लिया है। कुछ समय तो किसान पीछे ही बैठकर प्रदर्शन करते रहे लेकिन बाद में किसान आगे आने लगे।
सिंघु बॉर्डर पर आंसू गैस के गोले दाग रही पुलिस, किसान कर रहे डिफ्यूज
सिंघु बॉर्डर पर किसानों के आगे बढ़ने के बाद दिल्ली पुलिस ने उन पर आंसू गैस के गोले दागे। ऐसे में पहले से पानी की बाल्टियों के साथ तैयार किसानों ने आंसू गैस के गोले उठाकर पानी में डालकर डिफ्यूज करने की कोशिश कर रहे हैं।
सिंघु बॉर्डर पर पुलिस लगातार कर रही अपील- बैरिकेड से रहें पीछे वरना करनी पड़ेगी कार्रवाई
सिंघु बॉर्डर पर पहुंचे किसानों से पुलिस बार-बार अपील कर रही है कि आप बैरिकेड से पीछे रहें और मूवमेंट न करें अगर आप हमारी बात नहीं मानते हैं तो आपके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
टिकरी बॉर्डर पर जारी है किसानों का संघर्ष-
टिकरी बॉर्डर पर बैरिकेडिंग के तौर पर लगाए गए एक ट्रक को किसान अपने ट्रैक्टर से हटाने का प्रयास कर रहे हैं। इसे हटाकर वह दिल्ली की ओर कूच करना चाहते हैं। नीचे देखें वीडियो…
टिकरी बॉर्डर पर सुरक्षाबलों ने किसानों पर की पानी की बौछारें और छोड़े आंसू गैस के गोले
दिल्ली की सीमाओं समेत नई दिल्ली जिले की सीमाओं को पूरी तरह सील कर दिया गया है। दिल्ली पुलिस के साथ-साथ अर्धसैनिक बलों को लगाया गया है। नई दिल्ली इलाके में भी किसी को नहीं जाने दिया जा रहा है। सिंघु, टिकरी और बहादुरगढ़ बॉर्डर पर ज्यादा दबाव पड़ने के चलते सीमा सील कर दी गई है। पुलिस ने दिल्ली-बहादुरगढ़ हाईवे के टिकरी बॉर्डर पर जमा किसानों को तितर-बितर करने के लिए पानी की बौछार की हैं, आंसू गैस के गोले छोड़े।
किसानों ने फेंके रणदीप सुरजेवाला द्वारा बांटे गए कंबल-
कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला आज सुबह हरियाणा में प्रदर्शनरत किसानों से मिलने गए और उन्हें कंबल बांटा, लेकिन किसानों ने नाराज होकर उसे फेंक दिया और उन्हें भी वापस जाने के लिए कहा। किसानों का कहना है कि वह किसी भी राजनीतिक दल का समर्थन नहीं लेना चाहते हैं।
छह मेट्रो स्टेशन के निकास और प्रवेश द्वार बंद-
किसानों के दिल्ली चलो आंदोलन को देखते हुए डीएमआरसी ने ग्रीन लाइन पर स्थित एनसीआर के कुछ स्टेशन के प्रवेश और निकास द्वार बंद करने का एलान किया है। डीएमआरसी ने बताया कि ब्रिगेडियर होशियार सिंह, बहादुरगढ़ सिटी, पंडित श्री राम शर्मा, टिकरी बॉर्डर, टिकरी कलां और घेवरा मेट्रो स्टेशन के प्रवेश और निकास द्वार बंद रहेंगे।
अमृतसर से निकली एक और ट्रैक्टर रैली-
हजारों की संख्या में जहां किसान पंजाब से दिल्ली बॉर्डर तक पहुंच चुके हैं वहीं पंजाब से किसान मजदूर संघर्ष कमेटी दिल्ली आने की तैयारी कर रही है। कमेटी के लोग अमृतसर से ट्रैक्टर रैली निकालकर दिल्ली की ओर जाएंगे। एक किसान ने बताया कि हमने एक महीने का खाने का सामान, बर्तन और पकाने के लिए गैस चूल्हा आदि सब अपनी ट्रॉली में रख लिया है और अब हम दिल्ली की ओर जा रहे हैं।
पुलिस ने दिल्ली सरकार से 9 स्टेडियम को अस्थायी जेल बनाने की मांगी अनुमति-
दिल्ली पुलिस ने किसानों के आंदोलन को देखते हुए दिल्ली सरकार से नौ स्टेडियम को अस्थायी जेल बनाने की अनुमति मांगी है। यह इजाजत इसलिए मांगी गई है क्योंकि कोरोना का समय है और जब किसानों को गिरफ्तार किया जाएगा तो उन्हें एक जगह नहीं रखा जा सकता, ऐसे में इतनी बड़ी संख्या में स्टेडियम को अस्थायी जेल बनाया जाएगा।
किसानों का एक समूह पहुंचा बहादुरगढ़-
पंजाब से आए किसानों का एक समूह बहादुरगढ़ पहुंचा है और वहां से आगे बढ़ने की कोशिश कर रहा है।
अन्य राज्यों से दिल्ली आ रहे आम लोग भी बेहद परेशान-
किसानों के आंदोलन के चलते प्रशासन ने जगह-जगह बैरिकेडिंग की है जिसके चलते अन्य राज्यों से दिल्ली आने वाले लोगों को काफी परेशानी हो रही है। जम्मू से दिल्ली जा रही शिवांगी का कहना है कि मैं जम्मू से आ रही हूं और मुझे कल शाम को ही दिल्ली पहुंचना था लेकिन अब तक कोई अपडेट नहीं है।
चाहे कुछ भी हो जाए, हम दिल्ली जाकर रहेंगेः प्रदर्शनकारी किसान-
पानीपत से दिल्ली की ओर बढ़ने से पहले सुबह किसानों ने भोजन तैयार किया और सभी ने खाया। एक प्रदर्शनकारी किसान ने कहा, चाहे कुछ भी हो जाए, हम दिल्ली जाकर रहेंगे। हम अपने परिवार और छह महीने के राशन के साथ यात्रा कर रहे हैं।
दिल्ली- गुरुग्राम बॉर्डर पर वाहनों की सघन चेकिंग के चलते लंबा जाम लग गया है। यहां किसानों के आंदोलन के चलते सीआईएसएफ की टीम भी तैनात की गई है और एक-एक वाहन की चेकिंग हो रही है।
रोहतक- झज्जर बॉर्डर पर भी किसान इकट्ठे होकर दिल्ली की ओर कूच करने के लिए आगे बढ़ रहे हैं।
सिंघु बॉर्डर पर भारी मात्रा में पुलिस बल तैनात-
कृषि कानूनों के विरोध में किसानों के ‘दिल्ली चलो’ आंदोलन को देखते हुए सिंघू बॉर्डर (हरियाणा-दिल्ली बॉर्डर) पर बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं।
किसानों पर छोड़े आंसू गैस के गोले-
ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे और वेस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे से गाड़ियों को सिंघु बॉर्डर की तरफ आने से रोक दिया गया है। किसानों को रोकने के लिए आज भी सुरक्षा बलों ने आंसू गैसे के गोलेे छोड़े।
पंजाब से चले किसानों ने पानीपत में डाला डेरा, सुबह शुरू किया मार्च-
देर शाम किसान दिल्ली से 100 किमी पहले पानीपत टोल प्लाजा पहुंच गए। भारतीय किसान यूनियन हरियाणा के नेता गुरनाम सिंह ने बताया, किसान रात में यहीं रुके और सुबह होने पर दिल्ली की ओर कूच किया। इससे पहले दिनभर किसान और पुलिस आमने-सामने होते रहे। कुरुक्षेत्र, सिरसा, फतेहाबाद और जींद जिले में भी संघर्ष हुआ।