पीएम ने कहा कि जीएसटी की वजह से जो छुपे हुए टैक्स थे वो सारे खत्म हो गए हैं। हमारा लक्ष्य 2022 तक हर मध्यमवर्गीय परिवार को बिजली और घर देने का है। उन्होंने उपभोक्ताओं के हितों और उनकी रक्षा पर चिंता जताते हुए कहा कि सरकार की कोशिश रहेगी कि उपभोक्ताओं के हितों का हनन न हो। न्यू इंडिया के तहत हम ग्राहकों के लिए नियमों में बदलाव करेंगे।
वहीं कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि केंद्र में उनकी सरकार आने पर जीएसटी की समीक्षा की जाएगी। पांच सौ और हजार के नोट बंद करने को लेकर आठ नवंबर को नोटबंदी की बरसी के रूप में मनाएंगे। राहुल ने ये बात बृहस्पतिवार को पीएचडी चैम्बर्स ऑफ कामर्स के 112वें वार्षिक पुरस्कार वितरण समारोह के समापन सत्र में कही।
राहुल ने कहा कि आज सारी शक्ति एक ही आदमी के पास है। राहुल के ऐसा कहते ही ये सवाल उनके लिए भी उठा कि यूपीए में भी तो दस जनपथ के पास सारी शक्तियां थीं। राहुल ने सवाल को सुना और फिर बोले सारी शक्ति दस जनपथ पर केंद्रित नहीं थीं ये गलतफहमी है। इस सरकार में सारी शक्ति प्रधानमंत्री के पास है। राहुल बोले मैं अपनी सरकार की कमियों को स्वीकार करता हूं, लेकिन अब हम जब सत्ता में आएंगे हम शक्ति का बंटवारा करेंगे।
राहुल ने जीएसटी को फिर गब्बर सिंह टैक्स बताते हुए कहा कि जो गब्बर सिंह टैक्स लगा है वो टैक्स आतंकवाद की सुनामी लाया है। जीएसटी को बदलना ही पड़ेगा। इस साल नए मानक और प्रणाली के मुताबिक भी विकास दर 4.2 प्रतिशत है। ये मोदी मेड डिजास्टर है। वित्त मंत्री अरुण जेटली कहते हैं कि सब ठीक है। कारोबार डूब रहे हैं लेकिन जेटली जी हर दिन टीवी पर आते हैं और कहते हैं कि सब ठीक है। उनका कहना है कि 2019 के बाद सब ठीक हो जाएगा।
डा. जेटली, आपकी दवा में दम नहीं
दूसरी ओर राहुल ने ट्वीट कर केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली पर निशाना साधा। राहुल ने तंज कसते हुए कहा है कि डाक्टर जेटली, नोटबंदी और जीएसटी से अर्थव्यवस्था आईसीयू में है। आप कहते हैं कि आप किसी से कम नहीं, मगर आपकी दवा में दम नहीं।