NCRB की रिपोर्ट में हुआ खुलासा: सिर्फ शादी के लिए देशभर में 33, 855 बेटियों का अपहरण
NCRB की रिपोर्ट में हुआ खुलासा: सिर्फ शादी के लिए देशभर में 33, 855 बेटियों का अपहरण

NCRB की रिपोर्ट में हुआ खुलासा: सिर्फ शादी के लिए देशभर में 33, 855 बेटियों का अपहरण

भोपाल। देश में घटते लिंगानुपात का साइडइफेक्ट बेटियों के अपहरण के रूप में सामने आ रहा है। एनसीआरबी 2016 की रिपोर्ट के मुताबिक इस साल देश में कुल 66,225 लड़कियों का अपहरण किया गया, इनमें से आधी से ज्यादा यानी 33,855 लड़कियों का अपहरण सिर्फ शादी के लिए किया गया।NCRB की रिपोर्ट में हुआ खुलासा: सिर्फ शादी के लिए देशभर में 33, 855 बेटियों का अपहरण

दरअसल, घटते लिंगानुपात के चलते देश के कई इलाकों में लड़कों की शादी के लिए लड़कियां नहीं मिल रही हैं, ऐसे में शादी के लिए लड़कियों को अगवा करने के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। रिपोर्ट के मुताबिक नवजात से लेकर 6 साल की उम्र तक की 139 बच्चियों का एवं 6 साल से 12 वर्ष की 666 बच्चियों का अपहरण शादी के लिए किया गया। उल्लेखनीय है कि 2014 से एनसीआरबी ने अपहरण के कारणों को सूचीबद्ध करना शुरू किया था। जिसके चलते ही शादी के लिए हो रहे अपहरण के आंकड़े सामने आए हैं।

शादी के लिए लड़कों का भी अपहरण

2016 में शादी के लिए 59 लड़कों का भी अपहरण किया गया। नाबालिग सहित 18 से 30 साल की उम्र तक के 57 लड़के एवं 30 से 60 साल के बीच के एक पुरुष का अपहरण शादी के लिए किया गया। इस साल कुल 23,350 पुरुषों का अपहरण किया गया।

महिलाओं के खिलाफ अपराध में 20 फीसदी अपहरण के मामले

अगर महिलाओं के खिलाफ अपराध के आंकड़े देखें तो 2016 में देशभर में 3,38,954 अपराध दर्ज किए गए, जिनमें पीड़ित महिलाएं थी। दर्ज अपराधों में 66,525 मामले यानी 19.62 फीसदी केवल अपहरण के हैं। वहीं कुल अपहरण 89,875 में से महिलाओं को अगवा करने का ये आंकड़ा 74 फीसदी है।

किस मामले में कितने अपहरण

अगर अपहरण के कारण की बात करें तो 37.7 फीसदी शादी के अलावा अवैध संबंध के लिए 2.1, हत्या के लिए 1.3, गैर कानूनी गतिविधि 1.2, गोद लेने 0.8, फिरौती 0.8, बदला 0.6, वेश्यावृति 0.1, भिखारी बनाने 0.1, अन्य कारण 55.4 फीसदी अपहरण किए गए।

मध्य प्रदेश में 70 फीसदी लड़कियों का अपहरण

महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामले में कई सालों से मध्य प्रदेश पहले पायदान पर है। वहीं 2016 में अपहरण के मामले में भी मध्य प्रदेश 7237 (8.1 फीसदी) अपहरणों के साथ चौथे स्थान पर है। इनमें 69.00 फीसदी यानी 4994 लड़कियों का अपहरण हुआ है। वहीं इस मामले में मध्यप्रदेश 2014 में 7833 अपहरणों के साथ दूसरे एवं 2015 में 6778 अपहरणों के साथ पांचवें स्थान पर रह चुका है।

लड़कियों-महिलाओं के अपहरण के मामले
उम्र        मामले
0-6        139
6-12      666
12-16    6461
16-18    9671
18-30    14,539
30-60     2320
60 से उपर 0

अपहरण के मामले में टॉप 4 में मध्य प्रदेश

राज्य                 मामले
उत्तर प्रदेश         15,898 (18.1)
महाराष्ट्र             9,333 (10.6)
बिहार                 7324 (8.3)
मध्यप्रदेश           7237 (8.1)

बिगड़ेगा सांस्कृतिक परिवेश

लिंगानुपात में सुधार नहीं हुआ तो इस प्रकार की घटनाएं और तेजी से बढ़ेंगी। इस प्रकार की घटनाएं उत्तर भारत के राज्यों में ज्यादा और दक्षिण में कम होते हैं। यह सामाजिक और सांस्कृतिक परिवेश पर भी निर्भर करता है। भले इस मामले में यूपी टॉप पर है, लेकिन जनसंख्या औसत के मामले में हरियाणा की स्थिति बहुत खराब है: प्रो. महेश शुक्ला, समाजशास्त्री

भारत में लिंगानुपात (2011 की जनगणना के मुताबिक)
राष्ट्रीय – 943
राज्य प्रति हजार पुस्र्षों पर महिला
पंजाब-895
हरियाणा -879
जम्मू और कश्मीर-889
सिक्किम-890
उत्तर प्रदेश -912

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