संयुक्त राष्ट्र। सुरक्षा परिषद में अफगानिस्तान के मुद्दे पर बहस के दौरान घिरने के बाद पाकिस्तान ने तुरंत जाधव का मामला उठा दिया। पाकिस्तान की स्थायी प्रतिनिधि मलीहा लोधी ने कहा कि जो लोग आतंकवाद को लेकर मानसिकता बदलने की बात करते हैं, उन्हें मेरे देश के खिलाफ विनाश का अपना रिकॉर्ड देखने की जरूरत है। पकड़े गए एक भारतीय जासूस की गिरफ्तारी से यह साफ है और इस पर कोई संदेह भी नहीं है। हालांकि, मलीहा ने सीधे तौर पर किसी का नाम नहीं किया, लेकिन उनका इशारा जाधव की तरफ ही था।
इससे पहले भारत ने अफगानिस्तान के हालात को लेकर पाकिस्तान को घेरा था। सुरक्षा परिषद में स्थायी प्रतिनिधि सैयद अकबरुद्दीन ने कहा था कि भारत उसी पाकिस्तानी मानसिकता का शिकार है, जो अफगानिस्तान में प्रतिदिन आतंकी घटनाओं को बढ़ावा देता है। आतंकवादी मानसिकता में बदलाव लाकर ही अफगानिस्तान में शांति लाई जा सकती है। अकबरुद्दीन ने सुरक्षा परिषद से सीमा पार आतंकवाद के खतरों से निपटने के प्रति अपना ध्यान केंद्रित करने को कहा।
इससे पहले अमेरिका ने भी सुरक्षा परिषद से कहा था कि पाकिस्तान का आतंकवाद का पनाहगाह बने रहना कतई मंजूर नहीं किया जा सकता। उल्लेखनीय है कि जाधव को पाकिस्तान भारतीय जासूस बता रहा है। आतंकी गतिविधियों में शामिल बताकर वहां की सैन्य अदालत ने उनको फांसी की सजा सुना रखी है। दूसरी तरफ, भारत का कहना है कि जाधव कारोबार के सिलसिले में ईरान गए थे। पाकिस्तानी एजेंसियों ने उनको वहीं से पकड़ा है।