दिल्ली की जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी में हुई हिंसा पर पूर्व केंद्रीय मंत्री पी. चिदंबरम ने मोदी सरकार पर निशाना साधा है. पी. चिदंबरम ने कहा कि इस घटना के लिए दिल्ली पुलिस के कमिश्नर जिम्मेदार हैं. उन्होंने कहा कि वह मांग करते हैं कि 24 घंटे के अंदर हिंसा करने वाले आरोपियों को पकड़ा जाए और कड़ी कार्रवाई की जाए.
सोमवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में पूर्व गृह मंत्री बोले कि दिल्ली पुलिस कमिश्नर कहां हैं, वह जब टीवी पर सबकुछ लाइव दिख रहा है तो वह JNU छात्रों से मिलने क्यों नहीं गए. इस घटना के लिए वही जिम्मेदार हैं.
पूर्व मंत्री बोले कि इस तरह की घटनाएं इस बात का सबूत दे रही हैं कि हम लगातार अराजकता की ओर बढ़ रहे हैं. ये देश की राजधानी के एक प्रतिष्ठित संस्थान में हुआ है यानी केंद्र सरकार, गृह मंत्री, उपराज्यपाल और पुलिस कमिश्नर की नाक के नीचे ये घटनाएं हो रही हैं.
इस दौरान उन्होंने कहा कि 2010 और 2020 के NPR में ज़मीन आसमान का अंतर है. मोदी सरकार जो NRC लाई है, वह देश को बांटने का एक प्लान है.
आपको बता दें कि रविवार को दिल्ली की जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी में हिंसा हुई थी, इस दौरान दर्जनों नकाबपोश लोगों ने कैंपस में घुसकर छात्रों पर हमला किया था और तोड़फोड़ की थी. इस दौरान तीस से अधिक छात्र घायल हुए हैं. पुलिस ने इस मामले में एफआईआर दर्ज कर ली है और जांच जारी है.
दिल्ली पुलिस की ओर से इस मामले में टीम का गठन किया गया है और क्राइम ब्रांच के हाथों जांच सौंप दी गई है. सोशल मीडिया पर JNU हिंसा के जो वीडियो वायरल हो रहे हैं, पुलिस उनकी जांच कर रही है और नकाबपोश हमलावरों की पहचान में जुटी है.