दिल्ली में पकड़े गए इस्लामिक स्टेट ऑफ खुरासान प्रॉविंस (आइएसकेपी) के आतंकी मु.मुस्तकीम खान उर्फ यूसुफ से उत्तर प्रदेश आतंकवाद निरोधक दस्ते (यूपी एटीएस) की टीम ने पहली बार सीधे पूछताछ की। दिल्ली गई यूपी एटीएस की टीम ने यूसुफ ने लंबी पूछताछ के दौरान उसकी बीते दिनों की गतिविधियों और अन्य सहयोगियों के बारे में जानकारी जुटाने का प्रयास किया।
एडीजी एटीएस डीके ठाकुर का कहना है कि मु.मुस्तकीम खान उर्फ यूसुफ ने कुछ अहम जानकारियां साझा की हैं, जिनके बारे में गहनता से पड़ताल कराई जाएगी। एटीएस खासकर बलरामपुर निवासी यूसुफ के स्थानीय कनेक्शनों को लेकर छानबीन को आगे बढ़ा रही है। इसके साथ ही जून माह में बरेली से पकड़े गए अल-कायदा एजेंट मुहम्मद इनामुल हक व अन्य से उसके रिश्तों के बारे में भी छानबीन की जा रही है। विशेषकर यूसुफ की सोशल मीडिया पर रही गतिविधियों को सिलसिलेवार टटोला जा रहा है। यह पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है कि वह जिहाद की राह पर कदम बढ़ाने वाले और किन लोगों के सीधे संपर्क में था।
बता दें कि दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने शुक्रवार रात मुठभेड़ के बाद इस्लामिक स्टेट ऑफ खुरासान प्रॉविंस के आतंकी मु.मुस्तकीम खान उर्फ यूसुफ को गिरफ्तार किया था। वह अपने साथ तीन प्रेशर कुकर आईईडी बम लेकर धौला कुआं से करोलबाग जा रहा था, तभी दिल्ली पुलिस ने उसे मुठभेड़ में गिरफ्तार किया। यूसुफ लगातार पाकिस्तान और अफगानिस्तान में बैठे अपने आकाओं के संपर्क में था। वह दिल्ली में लोन वुल्फ अटैक की फिराक में था। इसका आशय अकेले किसी आतंकी हमले को अंजाम देना होता है।
मूलरूप से उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जिला निवासी यूसुफ के पास से पुलिस ने दो प्रेशर कुकर, एक पिस्टल, चार कारतूस और एक मोटरसाइकिल बरामद की है। प्रेशर कुकर में 15 किग्रा आइईडी (इंप्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) भरा हुआ था, जिसे शनिवार सुबह नेशनल सिक्योरिटी गार्ड (एनएसजी) के बम निरोधक दस्ते ने निष्क्रिय कर दिया। उसे पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने मु.मुस्तकीम खान उर्फ यूसुफ को आठ दिन की रिमांड पर भेज दिया। पुलिस के मुताबिक इसके कुछ और साथी हैं जो अबू यूसुफ को मदद दे रहे थे। पुलिस अब उसके मददगारों की धर पकड़ के लिए छापे मार रही है।