अमेरिकी सांसद ब्रैड शरमन ने कहा है कि अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) पाकिस्तान को चीन का उधार चुकाने के लिए कर्ज नहीं दे सकता। डेमोक्रेट सांसद ने कहा कि कई देशों को कर्ज के जाल में फंसा चुके चीन का धन लौटाने के लिए आईएमएफ से लोन ले लेना कोई सुविधाजनक तरीका नहीं है।
अपनी खस्ताहाल अर्थव्यवस्था को उबारने के लिए पाकिस्तान ने आइएमएफ से आठ अरब डॉलर (करीब 57 हजार करोड़ रुपये) का कर्ज देने की अपील की है। पाकिस्तान के असंतुष्ट बुद्धिजीवियों और पत्रकारों के साथ रविवार को यहां एक बैठक में शरमन ने कहा, ‘पाकिस्तान यदि चीन की उधारी चुकाने के लिए कर्ज लेना चाहता है तो अमेरिका आइएमएफ में अपने वीटो पावर का इस्तेमाल कर ऐसा नहीं होने देगा।
चीन खुद देशों को कर्ज के जाल में फंसाता है। यदि वे देश कर्ज नहीं चुका पाते तो यह चीन की समस्या है। इसके लिए आइएमएफ जैसी संस्थाओं का दुरुपयोग नहीं होने दिया जा सकता।’ अमेरिका-पाक संबंधों के भविष्य पर बात करते हुए शरमन ने कहा कि जब तक डॉ शकील अफरीदी का मामला नहीं सुलझता, संबंधों में दरार बनी रहेगी। अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआइए को एबटाबाद में छिपे अलकायदा प्रमुख ओसामा बिन लादेन की जानकारी देने वाले अफरीदी को पाकिस्तान में 33 साल की जेल हुई है। अमेरिका अफरीदी की रिहाई चाहता है।