Main Slide

वायुसेना दिवस के अवसर पर 258 जवान कर रहे ताकत का प्रदर्शन

वायुसेना दिवस के अवसर पर 258 जवान कर रहे ताकत का प्रदर्शन

वायुसेना दिवस के अवसर पर सोमवार को गाजियाबाद के हिंडन एयर फोर्स स्टेशन पर वायु सेना दिवस पर कार्यक्रम शुरू हो चुका है। वायुसेना के 87वें स्थापना दिवस पर सुबह 8 बजे शुरू हुए कार्यक्रम में भारतीय वायुसेना के जांबाज जमीन …

Read More »

राशिफल : जानिए, आज इन राशि वालों का दिन…

मेष – आपके कामकाज और बिजनेस का दायरा बढ़ने की संभावना है. इससे आपको फायदा होगा. महत्वपूर्ण काम निपटाने की कोशिश जरूर करें. अधूरे काम पूरे करने की योजना बन सकती है. दूसरों पर आपका पॉजिटिव असर पड़ सकता है. किसी …

Read More »

देश में बड़ा खतरा, होने वाली बिजली गुल्ल, कई राज्यों से तो बिजली…..

आज हम आपको कुछ ऐसा बताने जा रहे है! जिससे आपके रोंगटे खड़े हो जायेगे! जी हां देश के बड़े हिस्सों को सामना करना पड़ रहा है ब्लैक आउट का! ब्लैक आउट का मतलब यानी देश से बिजली खत्म! देश …

Read More »

राशिफल 7 अक्टूबर 2018 : आज इन राशिवालों की रहेगी चांदी…

मेष – आपका व्यक्तित्व आकर्षक रहेगा. मन भी मजबूत रहेगा. घर, जमीन-जायदाद से संबंधित कुछ बहुत अच्छे और नए अवसर आपको मिल सकते हैं. ऑफिस के कुछ अधूरे मामले निपटाने में आप लगे रहेंगे. आपके मन की शंका भी दूर हो …

Read More »

बहुत चमत्कारी है दुर्गा बीसा यंत्र, एक उपाय से भर जाएगी झोली

हम सभी जानते हैं कि हिंदू धर्म शास्त्रों में बड़े पैमाने पर यंत्र विद्या का जिक्र मिलता है और ग्रंथों में तंत्र, मंत्र और यंत्र, इन तीनों मार्गों को जीवन सुखमय बनाने का मार्ग बताया गया है. ऐसे में यंत्रों को साक्षात देवी-देवता का स्वरूप कहा गया है और शास्त्रों में मंत्र को देवी-देवताओं की आत्मा कहा गया है और यंत्र को उनका शरीर. कहते हैं कि अगर इंसान को समस्त प्रकार के सुखों की प्राप्ति चाहिए तो उसे दुर्गा बीसा यंत्र अपनाना चाहिए. कहा जाता है कि यंत्र की पूजा करने से समस्त प्रकार के सुखों की प्राप्ति होती है और साथ ही शास्त्रों में अनेक प्रकार के यंत्र बताए गए हैं, जो विभिन्न् कामनाओं की पूर्ति के लिए प्रयुक्त किए जाते हैं. ऐसे में उन सभी में से एक यंत्र है दुर्गा बीसा यंत्र. कहा जाता है यह चमत्कारिक मंत्र है जिसमें स्वयं देवी दुर्गा निवास करती है और इससे सब कुछ हांसिल किया जा सकता है. आपको बता दें कि दुर्गा बीसा यंत्र एक त्रिकोण की तरह होता है और उसमे एक केंद्र और उसके आसपास नौ त्रिकोण खाने होते हैं. इस यंत्र केअलग-अलग खानों में 1 से 9 तक के अंक लिखे होते हैं और केंद्र में 'दुं" लिखा होता है. साथ ही यह इस यंत्र के तीन ओर 'ऊं दुं दुं दुं दुर्गायै नम:" मंत्र लिखा होता है. आपको बता दें कि इस यन्त्र को 'ऊं दुं दुं दुं दुर्गायै नम:" मंत्र की एक माला से सिद्ध किया जाता है और सिद्ध होने के बाद इसे चांदी के ताबीज में भरकर अपनी दाहिनी भुजा में बांधें या गले में पहन लेना चाहिए या फिर इसे चांदी की डिबिया में रखकर तिजोरी में भी रख देना चाहिए इससे आपकी भी रक्षा होती है और घर में खूब पैसा भी आता है.

हम सभी जानते हैं कि हिंदू धर्म शास्त्रों में बड़े पैमाने पर यंत्र विद्या का जिक्र मिलता है और ग्रंथों में तंत्र, मंत्र और यंत्र, इन तीनों मार्गों को जीवन सुखमय बनाने का मार्ग बताया गया है. ऐसे में यंत्रों …

Read More »

CG कैबिनेट का फैसला, विवाहित बेटी को भी मिलेगा परिवार पुनर्वास नीति का लाभ

आचार संहिता लागू होने से महज कुछ घंटे पहले छत्तीसगढ़ सरकार की एक महत्वपूर्ण कैबिनेट बैठक शनिवार को मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह की अध्यक्षता में हुई। यह डॉ रमन सिंह के नेतृत्व में राज्य में तीसरा कार्यकाल पूरा करने जा रही भाजपा सरकार की इस पारी की अंतिम बैठक थी। ADVERTISING inRead invented by Teads लोगों को अनुमान था कि चुनाव को देखते हुए इस बैठक में कुछ लोक लुभावने निर्णय लिए जा सकते हैं। सरकार ने इस बैठक में जो निर्णय लिए, वे कई मायनों में बेहद खास हैं। इस बैठक में सबसे बड़ा निर्णय बेटियों को उनका हक दिलाने का रहा। राज्य की आदर्श पुनर्वास नीति 2007 में बदलाव कर एक बड़ा निर्णय लिया है। सरकार ने इस नीति की परिभाषा ही बदल दी है। अब इस दायरे में परिवार की शादीशुदा बेटियां भी आएंगी और उन्हें अपने माता-पिता के परिवार का आजीवन हिस्सा माना जाएगा। वर्तमान कानून के मुताबिक सरकार की कई योजनाओं में पुनर्वास नीति के तहत प्रभावित परिवार की सूची से बाहर रखा जाता था, लेकिन अब किसी भी मामले में प्रभावित परिवार के सदस्यों की सूची में परिवार की विवाहित बेटी को भी पुनर्वास नीति का लाभ मिलेगा। CG कैबिनेट का फैसला, विवाहित बेटी को भी मिलेगा परिवार पुनर्वास नीति का लाभ यह भी पढ़ें इसके साथ ही सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर वेट की दर कम करने संबंधि अधिसूचना भी जारी कर दी है। बैठक में नवा छत्तीसगढ़ 2025 अटल दृष्टि पत्र का अनुमोदन भी किया गया। इस मौके पर मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने कहा यह दृष्टि पत्र किसी पार्टी या किसी व्यक्ति की विचारधारा का नहीं है, बल्कि यह छत्तीसगढ़ के निवासियों की आकांक्षाओं और सपनों का प्रतीक है। चाहे कोई भी सरकार बने, यह विजन अटल रहेगा आचार संहिता लगने से ठीक पहले छत्तीसगढ़ में दो बड़ी रेल परियोजनाओं का शिलान्यास यह भी पढ़ें बैठक में नवा छत्तीसगढ़ 2025 अटल दृष्टि पत्र का अनुमोदन भी किया गया। इस मौके पर मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने कहा यह दृष्टि पत्र किसी पार्टी या किसी व्यक्ति की विचारधारा का नहीं है, बल्कि यह छत्तीसगढ़ के निवासियों की आकांक्षाओं और सपनों का प्रतीक है। राज्य में आगे चाहे किसी भी पार्टी की सरकार बने अटल विकास दृष्टि पत्र उसके लिए एक विजन डॉक्यूमेंट के रूप में काम आएगा। इस दृष्टि पत्र के आधार पर चलकर साल 2025 तक समाज के हर एक तबके में विकास के लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है। यह दृष्टि पत्र एक निर्णायक कदम है जिसे आधार बनाकर वर्ष 2025 तक छत्तीसगढ़ स्मार्ट, सशक्त, समृद्ध, हरित और खुशहाल राज्य होगा। ऐसे तैयार हुआ यह दृष्टि पत्र CG : दो चरण में होंगे विधानसभा चुनाव, इस दिन आएंगे नतीजे यह भी पढ़ें उल्लेखनीय है कि 5 सितंबर को डोंगरगढ़ से अटल विकास यात्रा की शुरूआत की गई थी। इस विकास यात्रा के दौरान सीएम डॉ रमन ने समाज के हर एक वर्ग और तकबे से मिलकर विकास के संबंध में उनकी आंकांक्षाओं की जानकारी ली और इसी आधार पर 2025 तक राज्य के सुनियोजित विकास के लिए अटल दृष्टि पत्र तैयार किया गया है।आचार संहिता लागू होने से महज कुछ घंटे पहले छत्तीसगढ़ सरकार की एक महत्वपूर्ण कैबिनेट बैठक शनिवार को मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह की अध्यक्षता में हुई। यह डॉ रमन सिंह के नेतृत्व में राज्य में तीसरा कार्यकाल पूरा करने जा रही भाजपा सरकार की इस पारी की अंतिम बैठक थी। ADVERTISING inRead invented by Teads लोगों को अनुमान था कि चुनाव को देखते हुए इस बैठक में कुछ लोक लुभावने निर्णय लिए जा सकते हैं। सरकार ने इस बैठक में जो निर्णय लिए, वे कई मायनों में बेहद खास हैं। इस बैठक में सबसे बड़ा निर्णय बेटियों को उनका हक दिलाने का रहा। राज्य की आदर्श पुनर्वास नीति 2007 में बदलाव कर एक बड़ा निर्णय लिया है। सरकार ने इस नीति की परिभाषा ही बदल दी है। अब इस दायरे में परिवार की शादीशुदा बेटियां भी आएंगी और उन्हें अपने माता-पिता के परिवार का आजीवन हिस्सा माना जाएगा। वर्तमान कानून के मुताबिक सरकार की कई योजनाओं में पुनर्वास नीति के तहत प्रभावित परिवार की सूची से बाहर रखा जाता था, लेकिन अब किसी भी मामले में प्रभावित परिवार के सदस्यों की सूची में परिवार की विवाहित बेटी को भी पुनर्वास नीति का लाभ मिलेगा। CG कैबिनेट का फैसला, विवाहित बेटी को भी मिलेगा परिवार पुनर्वास नीति का लाभ यह भी पढ़ें इसके साथ ही सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर वेट की दर कम करने संबंधि अधिसूचना भी जारी कर दी है। बैठक में नवा छत्तीसगढ़ 2025 अटल दृष्टि पत्र का अनुमोदन भी किया गया। इस मौके पर मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने कहा यह दृष्टि पत्र किसी पार्टी या किसी व्यक्ति की विचारधारा का नहीं है, बल्कि यह छत्तीसगढ़ के निवासियों की आकांक्षाओं और सपनों का प्रतीक है। चाहे कोई भी सरकार बने, यह विजन अटल रहेगा आचार संहिता लगने से ठीक पहले छत्तीसगढ़ में दो बड़ी रेल परियोजनाओं का शिलान्यास यह भी पढ़ें बैठक में नवा छत्तीसगढ़ 2025 अटल दृष्टि पत्र का अनुमोदन भी किया गया। इस मौके पर मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने कहा यह दृष्टि पत्र किसी पार्टी या किसी व्यक्ति की विचारधारा का नहीं है, बल्कि यह छत्तीसगढ़ के निवासियों की आकांक्षाओं और सपनों का प्रतीक है। राज्य में आगे चाहे किसी भी पार्टी की सरकार बने अटल विकास दृष्टि पत्र उसके लिए एक विजन डॉक्यूमेंट के रूप में काम आएगा। इस दृष्टि पत्र के आधार पर चलकर साल 2025 तक समाज के हर एक तबके में विकास के लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है। यह दृष्टि पत्र एक निर्णायक कदम है जिसे आधार बनाकर वर्ष 2025 तक छत्तीसगढ़ स्मार्ट, सशक्त, समृद्ध, हरित और खुशहाल राज्य होगा। ऐसे तैयार हुआ यह दृष्टि पत्र CG : दो चरण में होंगे विधानसभा चुनाव, इस दिन आएंगे नतीजे यह भी पढ़ें उल्लेखनीय है कि 5 सितंबर को डोंगरगढ़ से अटल विकास यात्रा की शुरूआत की गई थी। इस विकास यात्रा के दौरान सीएम डॉ रमन ने समाज के हर एक वर्ग और तकबे से मिलकर विकास के संबंध में उनकी आंकांक्षाओं की जानकारी ली और इसी आधार पर 2025 तक राज्य के सुनियोजित विकास के लिए अटल दृष्टि पत्र तैयार किया गया है।

आचार संहिता लागू होने से महज कुछ घंटे पहले छत्तीसगढ़ सरकार की एक महत्वपूर्ण कैबिनेट बैठक शनिवार को मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह की अध्यक्षता में हुई। यह डॉ रमन सिंह के नेतृत्व में राज्य में तीसरा कार्यकाल पूरा करने जा …

Read More »

शिक्षकों के लिए काम की खबर, जान लें वेतन से होगी कितनी कटौती

जिन शिक्षकों की वार्षिक आय तीन से पांच लाख रुपये के बीच होगी, उनके वेतन से सेवा कर के रूप में एक हजार रुपये की एकमुश्त कटौती होगी। पांच से दस लाख के वेतनमान वाले शिक्षकों के वेतन से दो हजार से ढाई हजार रुपये की कटौती होगी। नियोजित शिक्षकों के वेतन से सीधे राशि की कटौती नहीं होगी। उन्हें जैसे वेतन जारी होता है होगा बाद में संबंधित शिक्षक चालान के माध्यम से सेवा कर कोषागार में जमा करेंगे। अगस्त और सितंबर का वेतन नहीं मिला प्रदेश के सरकारी नियोजित और नियमित शिक्षकों को फिलहाल अगस्त और सितंबर का वेतन नहीं मिला है। नियोजित शिक्षकों के वेतन भुगतान के लिए शिक्षा विभाग ने बीते मंगलवार को 21 अरब रुपये जारी किए। जिलों की इकाई द्वारा पूर्व में दिए गए पैसों का हिसाब किताब नहीं दिए जाने की वजह से ट्रेजरी लॉक है। दूसरी ओर नियमित शिक्षकों के दो महीने के बकाया वेतन के लिए अब तक राशि स्वीकृत नहीं की गई है। इसे लेकर माध्यमिक शिक्षक संघ ने मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री को पत्र लिखकर पूजा के पहले वेतन राशि जारी करने का आग्रह किया है।

जिन शिक्षकों की वार्षिक आय तीन से पांच लाख रुपये के बीच होगी, उनके वेतन से सेवा कर के रूप में एक हजार रुपये की एकमुश्त कटौती होगी। पांच से दस लाख के वेतनमान वाले शिक्षकों के वेतन से दो …

Read More »

बंदिशों में रहकर अब काम करेंगी इन 5 राज्‍यों की सरकारें, वजह बनी EC की घोषणा

पांच राज्‍यों में विधानसभा चुनाव का ऐलान करने के साथ ही इन राज्‍यों में चुनाव आचार संहिता भी लागू हो गई है। चुनाव आयोग की घोषणा के साथ ही राज्‍य में नेताओं समेत सरकारों पर कई तरह की पाबंदियां लागू हो जाएंगी। लोकसभा चुनाव से पहले होने वाले यह विधानसभा चुनाव काफी अहम मानें जा रहे हैं। बहरहाल, हम सभी के लिए यह जानना भी बेहद जरूरी है कि आखिर चुनाव आचार संहिता क्‍या होती है और इसमें किस तरह की पाबंदियां सरकार, प्रशासन और नेताओं पर लागू होती हैं। चुनाव आचार संहिता का अर्थ चुनाव आचार संहिता का मतलब चुनाव आयोग के वे दिशा-निर्देश होते हैं जिनका पालन चुनाव खत्म होने तक हर पार्टी और उसके उम्मीदवार को करना होता है। अगर कोई उम्मीदवार इन नियमों का पालन नहीं करता तो चुनाव आयोग उसके खिलाफ कार्रवाई कर सकता है। आयोग से उसे चुनाव लड़ने से रोका जा सकता है और उम्मीदवार के खिलाफ एफआईआर दर्ज हो सकती है। जांच में दोषी पाए जाने पर उसे जेल भी जाना पड़ सकता है। राज्यों में चुनाव की तारीखों के ऐलान के साथ ही सरकारी कर्मचारी चुनाव प्रक्रिया पूरी होने तक निर्वाचन आयोग के कर्मचारी बन जाते हैं। पर्यवेक्षक रखेंगे नजर इस दौरान राजनीतिक दलों के आचरण और सभी क्रियाकलापों पर नजर रखने के लिए चुनाव आयोग पर्यवेक्षक नियुक्त करता है। इस दौरान मुख्यमंत्री या मंत्री न तो कोई घोषणा कर सकते हैं और न ही किसी तरह का शिलान्यास, लोकार्पण या भूमिपूजन भी नहीं किया जा सकेगा। इसके अलावा सरकारी खर्च से ऐसा आयोजन नहीं होगा, जिससे किसी भी दल विशेष को लाभ पहुंचता हो। आपको यहां पर ये भी बता दें कि चुनाव आयोग द्वारा विधानसभा चुनाव के ऐलान के बाद सभी के लिए अलग-अलग नियम हैं। आईये अब इनसे जुड़े नियमों पर नजर डाल लेते हैं:- सामान्य नियम : 1- कोई भी दल ऐसा काम न करे, जिससे जातियों और धार्मिक या भाषाई समुदायों के बीच मतभेद बढ़े या घृणा फैले। 2- राजनीतिक दलों की आलोचना कार्यक्रम व नीतियों तक सीमित हो, न ही व्यक्तिगत। 3- धार्मिक स्थानों का उपयोग चुनाव प्रचार के मंच के रूप में नहीं किया जाना चाहिए। 4- मत पाने के लिए भ्रष्ट आचरण का उपयोग न करें। जैसे-रिश्वत देना, मतदाताओं को परेशान करना आदि। 5- किसी की अनुमति के बिना उसकी दीवार, अहाते या भूमि का उपयोग न करें। किसी दल की सभा या जुलूस में बाधा न डालें। 6- राजनीतिक दल ऐसी कोई भी अपील जारी नहीं करेंगे, जिससे किसी की धार्मिक या जातीय भावनाएं आहत होती हों। मोदी और पुतिन के सामने बेटे को खड़ा देख रो पड़ी मां.. कहा हमारी हैसियत ही क्या यह भी पढ़ें राजनीतिक सभाओं से जुड़े नियम 1- सभा स्थल में लाउडस्पीकर के उपयोग की अनुमति पहले प्राप्त करें। 2- सभा के आयोजक विघ्न डालने वालों से निपटने के लिए पुलिस की सहायता करें। 3- सभा के स्थान व समय की पूर्व सूचना पुलिस अधिकारियों को दी जाए। धमकी के बावजूद नक्सल प्रभावित कोंटा में बिखर रहा चुनावी रंग यह भी पढ़ें जुलूस संबंधी नियम 1- जुलूस का समय, शुरू होने का स्थान, मार्ग और समाप्ति का समय तय कर सूचना पुलिस को दें। 2- जुलूस का इंतजाम ऐसा हो, जिससे यातायात प्रभावित न हो। 3- राजनीतिक दलों का एक ही दिन, एक ही रास्ते से जुलूस निकालने का प्रस्ताव हो तो समय को लेकर पहले बात कर लें। 4- जुलूस सड़क के दायीं ओर से निकाला जाए। 5- जुलूस में ऐसी चीजों का प्रयोग न करें, जिनका दुरुपयोग उत्तेजना के क्षणों में हो सके। मतदान के दिन संबंधी नियम 1- मतदान केन्द्र के पास लगाए जाने वाले कैम्पों में भीड़ न लगाएं। कैंप पसाधारण होने चाहिए। 2- मतदान के दिन वाहन चलाने पर उसका परमिट प्राप्त करना बेहद जरूरी है। अधिकृत कार्यकर्ताओं को बिल्ले या पहचान पत्र दे। 3- मतदाताओं को दी जाने वाली पर्ची सादे कागज पर हो और उसमें प्रतीक चिह्न, अभ्यर्थी या दल का नाम न हो। 4- मतदान के दिन और इसके 24 घंटे पहले किसी को शराब वितरित न की जाए। अजमेर से मोदी का करारा वार, कहा- विपक्ष की भूमिका भी नहीं निभा सकी कांग्रेस यह भी पढ़ें ये काम नहीं करेंगे मुख्यमंत्री-मंत्री 1- शासकीय दौरा (अपवाद को छोड़कर) 2- विवेकाधीन निधि से अनुदान या स्वीकृति 3- परियोजना या योजना की आधारशिला 4- सड़क निर्माण या पीने के पानी की सुविधा उपलब्ध कराने का आश्वासन बिहार में धन संकट झेल रही कांग्रेस, सूद के पैसे से किसी तरह चल रही गाड़ी यह भी पढ़ें अधिकारियों के लिए नियम 1- शासकीय सेवक किसी भी अभ्यर्थी के निर्वाचन, मतदाता या गणना एजेंट नहीं बनेंगे। 2- मंत्री यदि दौरे के समय निजी आवास पर ठहरते हैं तो अधिकारी बुलाने पर भी वहॉं नहीं जाएंगे। 3- चुनाव कार्य से जाने वाले मंत्रियों के साथ नहीं जाएंगे। 4- जिनकी ड्यूटी लगाई गई है, उन्हें छोड़कर सभा या अन्य राजनीतिक आयोजन में शामिल नहीं होंगे। 5- राजनीतिक दलों को सभा के लिए स्थान देते समय भेदभाव नहीं करेंगे। सत्ताधारी दल के लिए नियम 1- कार्यकलापों में शिकायत का मौका न दें। 2- मंत्री शासकीय दौरों के दौरान चुनाव प्रचार के कार्य न करें। 3- इस काम में शासकीय मशीनरी तथा कर्मचारियों का इस्तेमाल न करें। 4- सरकारी विमान और गाड़ियों का प्रयोग दल के हितों को बढ़ावा देने के लिए न हो। हेलीपेड पर एकाधिकार न जताएं। 5- विश्रामगृह, डाक-बंगले या सरकारी आवासों पर एकाधिकार नहीं हो। इन स्थानों का प्रयोग प्रचार कार्यालय के लिए नहीं होगा। 6- सरकारी धन पर विज्ञापनों के जरिये उपलब्धियां नहीं गिनवाएंगे।

पांच राज्‍यों में विधानसभा चुनाव का ऐलान करने के साथ ही इन राज्‍यों में चुनाव आचार संहिता भी लागू हो गई है। चुनाव आयोग की घोषणा के साथ ही राज्‍य में नेताओं समेत सरकारों पर कई तरह की पाबंदियां लागू …

Read More »

सांसदों के इस्‍तीफे के बाद इस जगह नहीं होंगे उपचुनाव : चुनाव आयोग

मुख्‍य चुनाव आयुक्‍त ओपी रावत ने कहा कि आंध्र प्रदेश में सांसदों के इस्‍तीफे 4 जून को स्‍वीकार हुए हैं। लोकसभा का कार्यकाल 3 जून को खत्‍म हो रहा है। लोकसभा के लिए एक साल से कम समय बचा है। उपचुनाव के लिए एक साल से कम समय बचा है, इसलिए आंध्र प्रदेश में उप चुनाव नहीं होंगे। गौरतलब है कि आंध्र प्रदेश के लिए विशेष दर्जे की मांग के मुद्दे पर 6 अप्रैल, 2018 को वाईएसआर कांग्रेस के पांच लोकसभा सदस्यों ने स्पीकर सुमित्रा महाजन को इस्तीफा सौंप दिया।पार्टी के पांच सांसदों- वारा प्रसाद राव वेलगापल्ली, वाई वी सुभा रेड्डी और पी वी मिधुन रेड्डी, वाईएस अविनाश रेड्डी और सदन में पार्टी के नेता एम राजमोहन रेड्डी ने इस्तीफा दिया था।

मुख्‍य चुनाव आयुक्‍त ओपी रावत ने कहा कि आंध्र प्रदेश में सांसदों के इस्‍तीफे 4 जून को स्‍वीकार हुए हैं। लोकसभा का कार्यकाल 3 जून को खत्‍म हो रहा है। लोकसभा के लिए एक साल से कम समय बचा है। …

Read More »

कार कुत्ते से टच हुई तो लोगों ने ले ली ड्राइवर की जान

राजधानी दिल्ली के उत्तम नगर के मोहन गार्डन इलाके के एक घर में मातम पसरा है. परिवार के एक शख्स विजेंद्र की घर के पास ही लोगों ने चाकुओं से गोदकर हत्या कर दी. उनका गुनाह सिर्फ इतना था कि विजेंद्र की टाटा मैजिक गाड़ी एक कुत्ते से टच हो गई थी. इस बात से नाराज 5 लोगों ने मिलकर उनकी चाकुओं से गोदकर हत्या कर दी. शुक्रवार रात करीब 12 बजे विजेंद्र अपनी गाड़ी लेकर घर आ रहे थे. उनका बेटा बाहर खड़ा उनका इंतजार कर रहा था. जैसे ही वो घर के पास पहुंचे तो चार से पांच लोग उन्हें पकड़कर मारने लगे. उनका कहना था कि विजेंद्र की गाड़ी कुत्ते से टच हो गई है. मारपीट होते देखकर विजेंद्र के बेटे ने घर पर फोन करके सबको बुलाया. मौके पर पहुंचे उनके बड़े भाई राजेश को आरोपियों ने चाकू मारकर घायल कर दिया. जैसे ही परिवार के लोग राजेश को बचाने लगे तो विजेंद्र को 3 लोगों ने चाकुओं से गोद दिया और मौके से फरार हो गए. बताया जा रहा है कि राजेश और विजेंद्र गाड़ी चलाते थे. आरोप है कि मोहल्ले के ही अंकित और कुछ लोगों ने कार को कुत्ते से टच होने की बात कहकर उनपर हमला कर दिया. फिलहाल पुलिस ने लाश को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है. घायल राजेश का अस्पताल में इलाज चल रहा है. वहीं पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी है, लेकिन सवाल ये उठता है कि आखिर लोगों का ये कैसा गुस्सा कि मामूली बात पर किसी की जान लेने पर आमादा हैं.

राजधानी दिल्ली के उत्तम नगर के मोहन गार्डन इलाके के एक घर में मातम पसरा है. परिवार के एक शख्स विजेंद्र की घर के पास ही लोगों ने चाकुओं से गोदकर हत्या कर दी. उनका गुनाह सिर्फ इतना था कि विजेंद्र की …

Read More »

Powered by themekiller.com anime4online.com animextoon.com apk4phone.com tengag.com moviekillers.com