हम सभी जानते हैं कि हिंदू धर्म शास्त्रों में बड़े पैमाने पर यंत्र विद्या का जिक्र मिलता है और ग्रंथों में तंत्र, मंत्र और यंत्र, इन तीनों मार्गों को जीवन सुखमय बनाने का मार्ग बताया गया है. ऐसे में यंत्रों को साक्षात देवी-देवता का स्वरूप कहा गया है और शास्त्रों में मंत्र को देवी-देवताओं की आत्मा कहा गया है और यंत्र को उनका शरीर. कहते हैं कि अगर इंसान को समस्त प्रकार के सुखों की प्राप्ति चाहिए तो उसे दुर्गा बीसा यंत्र अपनाना चाहिए. कहा जाता है कि यंत्र की पूजा करने से समस्त प्रकार के सुखों की प्राप्ति होती है और साथ ही शास्त्रों में अनेक प्रकार के यंत्र बताए गए हैं, जो विभिन्न् कामनाओं की पूर्ति के लिए प्रयुक्त किए जाते हैं.
ऐसे में उन सभी में से एक यंत्र है दुर्गा बीसा यंत्र. कहा जाता है यह चमत्कारिक मंत्र है जिसमें स्वयं देवी दुर्गा निवास करती है और इससे सब कुछ हांसिल किया जा सकता है. आपको बता दें कि दुर्गा बीसा यंत्र एक त्रिकोण की तरह होता है और उसमे एक केंद्र और उसके आसपास नौ त्रिकोण खाने होते हैं.
इस यंत्र केअलग-अलग खानों में 1 से 9 तक के अंक लिखे होते हैं और केंद्र में ‘दुं” लिखा होता है. साथ ही यह इस यंत्र के तीन ओर ‘ऊं दुं दुं दुं दुर्गायै नम:” मंत्र लिखा होता है. आपको बता दें कि इस यन्त्र को ‘ऊं दुं दुं दुं दुर्गायै नम:” मंत्र की एक माला से सिद्ध किया जाता है और सिद्ध होने के बाद इसे चांदी के ताबीज में भरकर अपनी दाहिनी भुजा में बांधें या गले में पहन लेना चाहिए या फिर इसे चांदी की डिबिया में रखकर तिजोरी में भी रख देना चाहिए इससे आपकी भी रक्षा होती है और घर में खूब पैसा भी आता है.