चीन ने अमेरिकी जहाजों को ताइवान के पास आने से रोकने के लिए ताइवान के चारो ओर स्थाई रूप से चार युद्धपोत तैनात किए हैं। ताइवान न्यूज ने जापानी मीडिया के हवाले से बताया कि चीनी हमले की स्थिति में अमेरिका को सेना भेजने से रोकना के लिए ऐसा किया गया है।
चीन ने अगस्त 2022 में पूर्व अमेरिकी स्पीकर नैन्सी पेलोसी की ताइवान यात्रा पर कड़ी आपत्ति जताई थी और देश भर में बड़े पैमाने पर सैन्य अभ्यास आयोजित करके जवाब दिया था। जपानी अखबार योमिउरी शिंबुन द्वारा संग्लग्न मानचित्र के अनुसार, युद्धपोत द्वीप को तीन तरफ से घेर रहे हैं। युद्धपोत द्वीप को उत्तर, दक्षिण और पूर्व की ओर से घेर रखे हैं। चीन के तरफ के तट को खुला छोड़ा गया है।
इन जहाजों में से एक उन क्षेत्रों के पश्चिम में है, जिन्हें चीन में डियाओयू द्वीप और जापान में सेनकाकू द्वीप समूह के रूप में जाना जाता है। वहीं, ताइवान न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, ताइवान के रक्षा मंत्रालय ने सोमवार से मंगलवार के बीच ताइवान के आसपास नौ चीनी सैन्य विमानों और चार नौसैनिक जहाजों का पता लगाया है।
ताइवान के रक्षा मंत्रालय के अनुसार, चीन की कार्रवाई के जवाब में ताइवान ने पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के विमानों की निगरानी के लिए विमान और नौसैनिक जहाज भेजे हैं और वायु रक्षा मिसाइल प्रणाली तैनात किए हैं।
चीन और ताइवान के बीच बढ़े तनाव की तुलना कीव और मास्को के बीच चल रहे संघर्ष से करते हुए नाटो के महासचिव जेन्स स्टोलटेनबर्ग ने कहा है कि जो यूक्रेन के साथ हुआ वह अब ताइवान के साथ भी हो सकता है। ताइवान राष्ट्रपति चुनाव के बाद और चीन की धमकियों के बीच अभ्यास आयोजित कर रहा है।