भाजपा काशी क्षेत्र विधि प्रकोष्ठ की ओर से नागरिकता संशोधन कानून के समर्थन में राष्ट्रवाद की ओर बढ़ते कदम विषयक गोष्ठी हुई। मुख्य वक्ता भाजपा के राष्ट्रीय सहसंगठन मंत्री शिव प्रकाश ने कहा कि आज देश भर में इस कानून का विरोध कम और समर्थन ज्यादा लोग कर रहे हैं। समर्थन में पांच करोड़ के मिस्ड काल का लक्ष्य लगभग पूरा होने वाला है।
बोले, धार्मिक आधार पर हुए विभाजन के बाद भी देश सेकुलर है
मेडिकल कालेज सभागार में आयोजित गोष्ठी में भाजपा के राष्ट्रीय सहसंगठन मंत्री ने कहा कि सीएए के विरोध में जेएनयू, जामिया, अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी, हैदराबाद और जाधवगढ़ हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने विकास कार्यों के साथ मजबूत कदम उठाए हैं। धार्मिक आधार पर हुए विभाजन के बाद भी देश सेकुलर है।
सीएए कानून के बारे में मुसलमानों को भ्रमित किया जा रहा : केशरीनाथ त्रिपाठी
मुख्य अतिथि पश्चिमी बंगाल के पूर्व राज्यपाल व भाजपा नेता केशरी नाथ त्रिपाठी ने कहा कि सीएए कानून के बारे में मुसलमानों को भ्रमित किया जा रहा है। सरकार किसी भी मुसलमान को निकालने नहीं जा रही है। यह कानून नागरिकता देने का है छीनने का नहीं। अध्यक्षता कर रहे अवकाश प्राप्त न्यायमूर्ति राम सूरत राम मौर्य ने इसके कानूनी पहलू पर प्रकाश डाला। विशिठ अतिथि क्षेत्रीय महामंत्री संगठन रत्नाकर ने कहा कि ज्यादा से ज्यादा मिस्ड काल कर अपना समर्थन दें। इस मौके पर प्रदेश संयोजक विधि प्रकोष्ठ एवं पूर्व अध्यक्ष बार काऊंसिल प्रशांत सिंह, महानगर अध्यक्ष गणेश केसरवानी, रणजीत सिंह, पूर्व मंत्री डा. नरेंद्र कुमार सिंह गौर, विधायक हर्षवर्धन बाजपेई, डा. यज्ञदत्त शर्मा, हाईकोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष राकेश पांडेय, पूर्व अध्यक्ष राधाकान्त ओझा आदि मौजूद रहे।
मंसूर अली पार्क में सीएए के विरोध में 27वें दिन भी धरना-प्रदर्शन जारी
नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध में 27वें दिन भी धरना-प्रदर्शन जारी रहा। खुल्दाबाद के मंसूर अली पार्क में कामरेड शमसुल इस्लाम, सपा के सैय्यद मो. अस्करी समेत अन्य कई नेताओं ने सभा को संबोधित किया। उन्होंने सीएए को काला कानून बताते हुए तत्काल वापस लेने की मांग की। अस्करी ने कहा कि देश का अधिकांश तबका इस वक्त एनआरसी, एनपीआर और सीएए के खिलाफ मुस्लिम महिलाओं के हक की लड़ाई में भागीदार बना हुआ है। पार्क में मौजूद तमाम महिलाएं ङ्क्षहदुस्तान जिंदाबाद और सीएए वापस लो का नारा लगाती रहीं। इस मामले में खुल्दाबाद पुलिस मुकदमा भी दर्ज कर चुकी है, जिसकी जांच क्राइम ब्रांच कर रही है।