नई दिल्ली: निकिता हत्याकांड को लेकर देशभर के लोगों में गुस्सा पनप रहा है। हर कोई आरोपियों को फांसी देने की मांग कर रहा है। इस मामले को लेकर रविवार को हरियाणा के बल्लभगढ़ में महापंचायत बुलाई गई थी, जिसके बाद दिल्ली-आगरा हाईवे पर जमकर हंगामा हुआ। भीड़ को काबू करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। डीसीपी सुमेर ने कहा कि महापंचायत करने की अनुमति नहीं दी गई थी। साथ ही भीड़ ना जुटाने के लिए भी कहा गया था। उपद्रवियों ने हाईवे जाम के दौरान पत्थरबाजी की, उन्हें काबू करने के लिए पुलिस को लाठियां चलानी पड़ी। अब हालात सामान्य हैं और उपद्रवियों की पहचान की जा रही है।

क्या अब तक किसी शख्स की पहचान हो पाई है। इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि अभी हाईवे पर काफी संख्या में लोग इकट्ठा हो गए थे। भीड़ के बीच में घुसकर कुछ लोगों ने माहौल खराब किया है। फिलहाल हमने लोगों को समझा कर सड़क से वापस भेजा है। हमारी प्राथमिकता फिलहाल कानून-व्यवस्था बनाए रखने की है
बता दें कि निकिता हत्याकांड में रविवार को पीड़ित परिवार और उनके समर्थकों द्वारा बल्लभगढ़ के दशहरा मैदान में एक महापंचायत का आयोजन किया गया। महापंचायत में आए लोगों ने पीड़ित परिवार की आर्थिक मदद और आरोपियों को जल्द से जल्द फांसी दिए जाने की मांग की। इसी दौरान वहां मौजूद कुछ युवा उत्तेजित हो उठे और दिल्ली-आगरा नेशनल हाईवे को जाम कर दिया।
इसी दौरान कुछ शरारती तत्वों ने नेशनल हाईवे पर कुछ दुकानों को निशाना बनाया, जिसके बाद गुस्साए दूसरे पक्ष ने पथराव कर दिया। इस दौरान हाईवे पर यातायात करीब आधे घंटे तक बाधित रहा. हालांकि थोड़ी देर बाद स्थिति सामान्य हो गई। वहीं, इस घटना के बाद मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का बयान आया। उन्होंने कहा कि ये लव जिहाद का मामला है. इस मामले में किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा, मामले की जांच चल रही है।
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