आपको यह जानकर अचरज होगा कि नोटबंदी के बाद 500 रुपये के नए नोटों की छपाई पर 5 हजार करोड़ रुपये खर्च आया है . यह जानकारी लोकसभा में वित्त राज्य मंत्री पी. राधाकृष्णन ने एक लिखित जवाब में दी.बता दें कि गत 8 दिसंबर तक 500 रुपये के कुल 1,695.7 करोड़ नए नोट छापे गए.
उल्लेखनीय है कि इसके पूर्व सरकार ने मार्च में बताया था कि 500 रुपये और 2,000 रुपये के प्रत्येक करंसी नोट को छापने पर 2.87 रुपये से 3.77 रुपये की लागत आएगी , लेकिन सरकार ने पुराने नोटों को नए नोटों से बदलने पर आई कुल लागत के बारे में कोई जानकारी नहीं दी.
बता दें कि वित्त राज्य मंत्री के अनुसार 500 रुपये के नए नोटों की छपाई पर 4,968.84 करोड़ रुपये खर्च किए गए.वहीं रिजर्व बैंक ने 2000 रुपये के 365.4 करोड़ नोट छापे गए .जिसकी 1,293.6 करोड़ रुपये लागत आई.इसी तरह 200 रुपये के 178 करोड़ नोट की छपाई पर 522.83 करोड़ रुपये खर्च हुए .स्मरण रहे कि 8 नवंबर 2016 को 500 और 1000 रुपये के 86 प्रतिशत नोट चलन से बाहर हुए थे , जिसमें से करीब 99 फीसदी हिस्सा रिजर्व बैंक के पास वापस आ चुका है.