एजेंसी/ नई दिल्ली : इन दिनों केंद्रीय राजनीति में राज्यसभा की सदस्यता को लेकर हलचल मची हुई है। दरअसल विभिन्न दल राज्यसभा सदस्य के तौर पर अपने नेताओं को नामांकित कर रहे हैं। ऐसे में भाजपा और कांग्रेस के नेताओं में भी नामों की उम्मीदवारी को लेकर चर्चा की जा रही है। इस बीच केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल एवं रेल मंत्री सुरेश प्रभु के ही साथ कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं और पूर्व केंद्रीय मंत्री में से एक पी चिदंबरम के ही साथ शरद यादव और तमिलनाडु में अन्नाद्रमुक और द्रमुक के प्रत्याशी नामांकन वापस लेने की समय- सीमा खत्म होने के बाद राज्यसभा हेतु निर्विरोध चुने गए।
दरअसल इन सदस्यों में कुछ की सदस्यता महाराष्ट्र, बिहार, तमिलनाडु, आंध्रप्रदेश आदि राज्यों की सीटें थीं। महाराष्ट्र राज्य में राज्यसभा की 6 सीटें थीं। इनमें से एक सीट पर केंद्रीय ऊर्जा मंत्री पीयूष गोयल और वरिष्ठ कांग्रेस नेता व पूर्व वित्तमंत्री पी चिदंबरम, एनसीपी प्रत्याशी व पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रफुल्ल पटेल, भारतीय जनता पार्टी के विनय सहस्त्रबुद्धे, विकास महात्मे व शिवसेना के संजय राउत आदि शामिल हैं। बिहार में जनता दल यूनाईटेड के नेता शरद यादव. लोकप्रिय अधिवक्ता राम जेठमलानी, राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव की पुत्री मीसा भारती को निर्विरोध चुन लिया गया।
यहां से भाजपा के गोपाल नारायण सिंह, जदयू के रामचंद्र प्रसाद सिंह आदि शामिल हैं। तमिलनाड में अन्नाद्रमुख के प्रत्याशी वातीलिंगम, ए नवनीतकृष्णन, ए विजयकुमार, पूर्वकेंद्रीय मंत्री एसआर बालासुब्रह्मण्यन व द्रमुक के आरएस भारती व टी के एस इलानगोवन निर्विरोध निर्वाचित घोषित हुए। अन्नाद्रमुक में सदस्य संख्या बढ़ गई। जिसमें सदस्यों की संख्या 12 हो गई।
आंध्रप्रदेश में तेदेपा के समर्थन में भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार व रेलमंत्री सुरेश प्रभु व तेदेपा के उम्मीदवार व केंद्रीय विज्ञान व प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री वाई सत्यनारायण के ही साथ टीजी वेंकटेश व वाईएसआर कांग्रेस के वी विजयसाई रेड्डी निर्विरोध चयनित हुए। वाईएसआर कांग्रेस की ओर से डमी कैंडिडेट का नामांकन भरा गया मगर इस उम्मीदवार सनंदा रेड्डी ने अपना पर्चा वापस ले लिया। उत्तरप्रदेश में राज्यसभा की सीट हेतु नामांकन दाखिल करने के लिए अंतिम तिथि खत्म होने के बाद अतिरिक्त उम्मीदवार के लिए चुनाव होने की जरूरत है।
उत्तरप्रदेश में निर्वाचन अधिकारी और प्रमुख सचिव प्रदीप कुमार दुबे का कहना था कि राज्यसभा हेतु 12 में से किसी भी उम्मीदवार ने नामांकन में बदलाव नहीं किया। निर्दलीय उम्मीदवार प्रीति महापात्र ने 11 राज्यसभा सीट में से एक सीट पर ऐन वक्त पर अपना नामांकन दाखिल किया। भारतीय जनता पार्टी के सदस्यों और छोटे दलों के ही साथ निर्दलीयों ने प्रीति के नामांकन पत्र के दो सेट पर हस्ताक्षर भी किए।