कार्तिक मास की काली अमावस्या को हर घर दीपों की रोशनी में डूबा नजर आता है। अमावस्या की अंधेरी रात भी दिवाली वाले दिन जगमगा उठती है। माना जाता है इस दिन साक्षात मां लक्ष्मी घर आती है। इस बार दिवाली 19 अक्टूबर को है। धर्म शास्त्रों के अनुसार अगर मां लक्ष्मी की पूजा प्रदोष काल में की जाए तो उनकी विशेष कृपा मिलती हैं। दिन रात के संयोग को प्रदोष काल कहा जाता है। जानिए पूजा का शुभ मुहूर्त
इस दिन प्रदोष काल शाम 5: 43 से 8:16 बजे तक रहेगा, लेकिन मां लक्ष्मी की पूजा के लिए आपके पास 1 घंटे 5 मिनट का ही समय होगा।
वैसे दिवाली वाले दिन पूजा के लिए 3 मुहूर्त है। प्रदोष काल के अलावा महानिशिता काल में मां लक्ष्मी की पूजा का मुहूर्त 51 मिनट का होगा। मुहूर्त रात्रि 11: 40 से 12:31 तक रहेगा।