कोलकाता में एक इंजीनियरिंग छात्र ने न केवल जानलेवा खेल ‘ब्लू व्हेल’ के कई स्तरों को पूरा कर लिया था, बल्कि उसने ब्लेड से अपने हाथ में एक बड़ी-सी मछली की एक छवि भी बनाई थी. बताया जा रहा है कि छात्र को पश्चिम बंगाल पुलिस द्वारा उसके कॉलेज के दोस्तों, फैकल्टी और पुलिस की काउंसिलिंग के ज़रिये बचा लिया गया है. ब्लू व्हेल के लुप्त हो रहे घावों को अपने बाएं हाथ में दिखाते हुए इंजीनियरिंग के तीसरे वर्ष के छात्र ने सोमवार को कहा, ‘मैं वापस आ गया हूं’. उसे ऑनलाइन गेम के बारे में व्हॉट्सऐप ग्रुप से जानकारी मिली थी, साथ ही यह भी कि इसे खेलना मना है.उसने आगे बताया कि उसने इस गेम के चैलेंज को स्वीकार करना चाहा और अगस्त की शुरुआत से खेलना शुरू कर दिया था. वह खेल में आठवें स्टेज पर पहुंच गया था, जिसमें उसे अपने हाथ पर व्हेल का चित्र उकेरना होता है. अगली चुनौती उसके होंठ को काटने के लिए थी.
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कोलकाता के छात्र ने कहा हैं कि वह भाग्यशाली था. छात्र के दोस्तों ने व्हेल के चित्र को देखकर अध्यापक को सतर्क कर दिया, जिन्होंने यह बात रजिस्ट्रार तापसपतिपथी को बताई. छात्र ने बताया कि ‘मैंने सोशल मीडिया पर कुछ जागरूकता अभियान देखे थे, जो पश्चिम बंगाल पुलिस के आपराधिक जांच विभाग या सीआईडी द्वारा किए गए थे. छात्र ने आगे बताया, मैंने तुरंत स्थिति की गंभीरता को समझा, इसलिए मैंने पुलिस को और अपने माता-पिता को अपनी मदद के लिए बुलाया.
‘इसी के साथ छात्र ने उन लोगों से एक अपील की, जो इसे खेल रहे हैं. छात्र ने कहा कि इससे पहले कि बहुत देर हो जाए, इसे खेलने वालों को इसे खेलना बंद कर देना चाहिए. यह एक खेल नहीं है, वे इसमें आपको ऐसी चुनोतियां देंगे, और आपको ऐसी जगह ले जाते हैं, जहां से आप वापस नहीं आ सकते. वे आपको आत्महत्या के लिए मजबूर करते हैं. छात्र ने इस बारे में बात करते हुए कहा कि वह अपने दोस्तों, शिक्षकों और सीआईडी अफसरों के हस्तक्षेप के लिए बहुत आभारी है.