हाल ही में पेरिस में HIV को लेकर इंटरनेशनल एड्स सोसाइटी द्वारा एक कॉन्फ्रेंस की गई जिसमें एक बेहद चौंकाने वाले बात सामने आई. कॉन्फ्रेंस में साउथ अफ्रीका की एक HIV पॉजिटिव बच्ची के बारे में चर्चा की गई.
कैसे हुआ बच्ची का ट्रीटमेंट-
कॉन्फ्रेंस में बताया गया कि इस HIV पॉजिटिव बच्ची को एक साल की उम्र तक 10 महीने तक कोक्टेल नामक दवाई दी गई. इस दवा का नतीजा ये निकला कि बच्ची को नौ साल तक एचआईवी वायरस के कारण कोई दिक्कत नहीं हुई. ये दुनियाभर में ऐसी तीसरी बच्ची है जो एक हद तक एचआईवी वायरस को मात दे रही है.
क्या था मामला-
साउथ अफ्रीका की बच्ची को एक साल की उम्र तक 10 महीने का एंटी-एड्स कोर्स दिया गया. उसके बाद मेडिकल ट्रायल के लिए दवाई देना बंद कर दिया. 8 साल और 9 महीने बाद भी HIV वायरस शांत रहा और लड़की बिना किसी इलाज के हेल्दी है.
क्या कहते हैं एक्सपर्ट-
बालों को यूं बनाएं लंबे और मजबूत…
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एलर्जी एंड इन्फेक्शंस डिजीज़ (NIAID) के निदेशक एड्स एक्सपर्ट एंथनी फॉसी का कहना है कि इस मामले को देखकर हमें ये उम्मीद जगी है कि अगर HIV पॉजिटिव बच्चों का इलाज बचपन से ही किया जाए तो उन्हें जिंदगीभर की थेरेपी से छुटकारा मिल सकता है.
एंटी रेट्रोवायरल ट्रीटमेंट-
कुछ वैज्ञानिक लगातार एचआईवी की दवा मुफ्त मुहैया करवाने का सुझाव देते आ रहे हैं. HIV वायरस के इलाज से वायरस कम होता है लेकिन ये फिर भी शरीर में मौजूद रहता है. लेकिन ये वायरस शरीर में इतना कमजोर हो जाता है कि सेक्सुअल पार्टनर HIV एड्स से बच जाता है. एंटी रेट्रोवायरल ट्रीटमेंट इस वायरस को रोक देता है लेकिन उसे मार नहीं पाता.
अब तक नहीं है पुख्ता इलाज-
शोधकर्ताओं को अब तक इसका कोई स्थिर समाधान नहीं मिल पाया है जो एक चिंता का विषय है. HIV वायरस इंसानों के सेल्स में छुप जाते है और सालों के लिए खतरा दे जाते हैं.
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