अगर आप फ्लाइट से दिल्ली से कोलकाता जाएंगे तो करीब दो घंटे का वक्त लगता है, लेकिन जल्द ही ट्रेन से पांच घंटे 30 मिनट में इन दो महानगरों की यात्रा की जा सकेगी. दरअसल, दिल्ली-कोलकाता के बीच बुलेट ट्रेन चलाने की तैयारी हो चुकी है.
भारतीय रेलवे के प्रवक्ता अनिल सक्सेना ने बताया कि स्पेन की कंपनी इनको-टिप्सा-आइसीटी ने दिल्ली-कोलकाता बुलेट ट्रेन परियोजना की ड्राफ्ट रिपोर्ट रेलवे बोर्ड को सौंप दी है. इतना ही नहीं इस बुलेट ट्रेन का लाभ उत्तर प्रदेश और बिहार के लोगों को भी मिलेगा. बिहार में जहां बुलेट ट्रेन पटना में रुकेगी, वहीं उत्तर प्रदेश में वाराणसी और लखनऊ में स्टॉपेज होगा. यूं तो यह परियोजना 13 साल में पूरी होगी, लेकिन पहले चरण में दिल्ली से वाराणसी के बीच आठ साल के अंदर ही बुलेट ट्रेन दौड़ने लगेगी. बुलेट ट्रेन से दिल्ली से वाराणसी के बीच की दूरी को महज दो घंटे 37 मिनट में तय किया जा सकेगा
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इस परियोजना से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें नीचे प्वाइंटर में पढ़ें.
- पहले चरण में दिल्ली-वाराणसी 720 किमी लंबे रूट का निर्माण होगा और इसे पूरा होने में आठ साल लगेंगे. इस पर 52,680 करोड़ की लागत आएगी. इस पर बुलेट ट्रेन का सफर दो घंटे 37 मिनट में पूरा होगा.
- दिल्ली से लखनऊ का सफर 1 घंटे 38 मिनट में पूरा कर सकेंगे.
- दूसरा चरण वाराणसी-पटना का होगा. लगभग 228 किलोमीटर निर्माण में दो साल लगेंगे और तकरीबन 22 हजार करोड़ की लागत आएगी. बुलेट ट्रेन इस दूरी को मात्र 54 मिनट में पूरा कर लेगी.
- दिल्ली से पटना की दूरी करीब एक हजार किलोमीटर है, जिसे महज 3.30 मिनट में तय किया सकेगा.
- दिल्ली से कोलकाता की दूरी 1474.5 किलोमीटर है, जिसे महज 5 घंटे 30 मिनट में पूरा किया सकेगा.
- इस हाईस्पीड ट्रेन का किराया 4.5 रुपये प्रति किमी आंका गया है. यानी दिल्ली से लखनऊ का किराया 1980 रुपये और दिल्ली से वाराणसी का 3240 रुपये और दिल्ली से कोलकाता का किराया 6636 रुपये हो सकता है.
- इस ट्रेन की स्पीड 250 किलोमीटर प्रति घंटा होगी.
मालूम हो कि फिलहाल देश की सबसे तेज चलने वाली ट्रेन स्वर्ण शताब्दी नई दिल्ली से लखनऊ साढ़े छह घंटे जबकि, बनारस पहुंचने में राजधानी सुपर फास्ट को 9 घंटे और पटना 12 घंटे में पहुंचती है. दिल्ली से कोलकाता दुरंतो 17 घंटे में पहुंचाती है.