पेनकिलर के महिलाओं में कम असरदार होने की वजह यह है कि पुरुष की तुलना में महिला के दिमाग की इम्यून कोशिकाएं ज्यादा सक्रिय होती हैं और वे दर्द महसूस कराती रहती हैं। एक शोध में यह बात सामने आई है।
इस रिसर्च का प्रकाशन मैग्जीन ‘न्यूरोसाइंस’ में किया गया है। दिमाग की इम्यून प्रतिरोधी कोशिकाएं ‘माइक्रोग्लिया’ को जब महिलाओं में निष्क्रिय कर दिया जाता है तो दर्द निवारक के स्तर में सुधार हो जाता है और दर्द राहत स्तर पुरुषों के समान हो जाता है।
रिसर्च के निष्कर्ष बताते हैं कि माइक्रोग्लिया पुरुषों की तुलना में ये महिलाओं के दिमाग के हिस्सों में ज्यादा सक्रिय होते हैं।
आपको बताते चलें कि गंभीर व पुराने दर्द के इलाज के लिए मारफीन का इस्तेमाल किया जाता है, लेकिन यह दवा अक्सर महिलाओं में कम प्रभावी होती है।
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अमेरिका के जार्जिया स्टेट विश्वविद्दालय की हिलेरी डोयले ने कहा, “वास्तव में नैदानिक और पूर्व नैदानिक दोनों रिसर्च रिपोर्ट में पाया गया कि महिलाओं को पुरुषों की तुलना में समान दर्द से राहत के लिए करीब दोगुना मारफीन की जरूरत पड़ती है।”
डोयले ने कहा, “हमारी रिसर्च टीम ने इस घटना की जांच के लिए दिमाग में लिंगभेद के अंतर की संभावित जांच की है।”