पंजाब में पांच दिन से चली आ रही डॉक्टरों की हड़ताल खत्म हो गई है। सोमवार से प्रदेश के सभी सरकारी अस्पतालों में मरीजों को पहले की तरह इलाज मिलेगा।
आखिरकार पंजाब सरकार डॉक्टरों की मांगों को मानने के लिए शुक्रवार को राजी हो गई। सीएम मान के हस्तक्षेप के बाद स्वास्थ्य मंत्री डॉ. बलवीर सिंह ने शनिवार को पंजाब सिविल मेडिकल सर्विसेज एसोसिएशन के साथ बैठक की।
उनकी सभी मांगों को तय समय सीमा के अंदर पूरा करने का भरोसा दिया गया। इसके बाद डॉक्टरों की एसोसिएशन ने पांच दिन से जारी हड़ताल को खत्म करने का एलान किया। अब प्रदेश के सभी जिला अस्पतालों में सोमवार से मरीजों को इलाज मिलना शुरू हो जाएगा। सोमवार व मंगलवार को सभी अस्पतालों में ओपीडी दो घंटे ज्यादा समय के लिए खुलेगी, ताकि हड़ताल के चलते ओपीडी पर पड़ने वाला मरीजों का बोझ कम किया जा सके।
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. सिंह ने कहा कि डॉक्टरों की सभी मांगों को मान लिया गया, जिसके चलते उन्होंने अपनी हड़ताल वापस ले ली है। उन्होंने कहा कि वेतन बढ़ोतरी व पदोन्नति की मांग को तीन माह के अंदर पूरा कर दिया जाएगा। कांग्रेस सरकार के समय इसे बंद कर दिया गया था।
साथ ही सप्ताह के भीतर अस्पतालों में सुरक्षा प्रबंधों की रुपरेखा का एलान कर दिया जाएगा। सीसीटीवी कैमरों के लिए फंड जारी कर दिया गया है। डार्क स्पॉट पर लाइट्स लगाई जा रही हैं। जिला सेहत बोर्ड गठित कर दिए गए हैं, जिनके नंबर सभी अस्पतालों में प्रदर्शित किए जा रहे हैं। शिकायत पर पांच मिनट के अंदर पुलिस अस्पताल पहुंचेगी। साथ ही मरीजों को भी अगर अस्पताल में किसी भी समस्या का समाधान का सामना करना पड़ता है तो वह बोर्ड से अपनी शिकायत कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि अस्पतालों में मंत्री, सचिव या डॉक्टर नहीं, बल्कि उनके लिए सिर्फ मरीज वीआईपी है। एसोसिएशन के प्रधान अखिल सरीन ने कहा कि सरकार ने उनकी मांगे मान ली है। सीसीटीवी कैमरों के लिए 12 करोड़ रुपये फंड जारी कर दिया है। साथ ही अन्य मांगों को तय समय के अंदर पूरा करने का भरोसा दिया है।
डीएचएस के साथ लगाए जाएंगे अतिरिक्त निदेशक
मंत्री ने कहा कि स्पैशलिस्ट डॉक्टरों की कमी को पूरी करने के लिए वह जल्द ही प्रशिक्षण योजना लेकर आएंगे, जिसके लिए डॉक्टरों से ही उन्होंने प्रस्ताव मांगे हैं। इसके अलावा निदेशक स्वास्थ्य सेवाओं (डीएचएस) के साथ अब अतिरिक्त निदेशक लगाने की भी तैयारी कर रहे हैं। डीएचएस का काम सीखने में डॉक्टरों को समय लगता है। अतिरिक्त निदेशक लगाने से वह पहले से ही इस काम के लिए तैयार हो सकेंगे। उन्होंने कहा कि नर्सों की भर्ती प्रक्रिया भी जल्द पूरी जाएगी, इसलिए उन्होंने अपील की कि वह संघर्ष के रास्ते पर न जाएं। भर्ती को लेकर जो भी कमी पेशी है, उसे दूर किया जा रहा है।