उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को अपने मंत्रिमण्डल की बैठक कर मंत्रियों को विभिन्न जिलों का प्रभारी बनाते हुए उन्हें जिम्मेदारी सौंपी और कहा कि सभी मंत्री केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन के लिए तंत्र विकसित करेंगे। राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने यहां बताया कि मुख्यमंत्री ने खुद और दोनों उपमुख्यमंत्रियों केशव प्रसाद मौर्या तथा बृजेश पाठक को 25-25 जिलों की समीक्षा की जिम्मेदारी भी सौंपी है। इसमें 4-4 माह के अंतराल पर जिलों का प्रभार बदलता रहेगा।
मिली जानकारी के मुताबिक, मुख्यमंत्री ने अपेक्षा की कि हर प्रभारी मंत्री हर माह अपने प्रभार के जिले में दौरा करके रात्रि विश्राम करेंगे तथा केंद्र एवं राज्य सरकार की योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन के लिए तंत्र विकसित करेंगे। उन्होंने मंत्रिमण्डल के सभी सदस्यों से आपसी समन्वय और संगठन को साथ लेकर चलने का आग्रह किया है। उन्होंने सरकार की लोक-कल्याण की नीतियों और योजनाओं को जनता तक ले जाने के आवश्यक निर्देश भी दिए।
आदित्यनाथ ने कहा कि जिले के प्रभारी मंत्री के रूप हर महीने कम से कम एक बार 24 घंटे के लिए अपने प्रभार वाले जिले में प्रवास करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि वे शासन से संबंधित मुद्दों कोर कमेटी से चर्चा करके हर माह संबंधित विभाग एवं मुख्यमंत्री कार्यालय के सामने विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे। मुख्यमंत्री ने 17 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जन्मदिन पर स्वच्छता अभियान की शुरुआत के अवसर पर सभी प्रभारी मंत्रियों के अपने-अपने प्रभार के जनपद में इस कार्यक्रम में सहभागिता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।