पंजाब में एक जून को मतदान होगा। ऐसे में सूबे का सियासी पारा गरमाने लगा है। अब हर राजनीतिक दल 23 से 29 मई यानी सात दिनों में कुल 10 बड़ी चुनावी रैली कर अपनी हवा बनाने का प्रयास करेंगे।
पंजाब में मतदान आखिरी चरण में है। आखिरी चरण में मतदान के बावजूद पंजाब के चुनावी अखाड़े में किस राजनीतिक दल की हवा है, यह स्पष्ट नहीं है।
पंजाब में राजनीतिक दलों को सबसे ज्यादा समय मिला। चाहे फिर वह प्रत्याशी तय करने को लेकर हो या फिर सियासी दांव आजमाने का। इसके बावजूद यह नहीं कहा जा सकता कि पंजाब की 13 सीटों पर किस दल का दबदबा रहेगा। इसका प्रमुख कारण किसान आंदोलन है। किसान आंदोलन के अलावा प्रदेश में पंथ, रोजगार और कानून व्यवस्था के मुद्दों पर ही ज्यादा बात हो रही है लेकिन जनता खामोश है।
किसान आंदोलन के बढ़ते आक्रोश को देखकर लगता है इस बार प्रदेश में गांवों में अच्छी वोटिंग नहीं होगी। हर बार शहरों के मुकाबले गांवों में अच्छी वोटिंग देखने को मिलती है, लेकिन इस बार किसान आंदोलन के कारण हर राजनीतिक दल का फोकस शहरी वोट पर है।
सात दिनों में दिखेंगे ये बड़े चेहरे
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 23 और 24 मई को पंजाब में चुनावी रैली करने आ रहे हैं। 25 मई को दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल और 24 को बसपा सुप्रीमो मायावती पंजाब आ रही हैं। इसके अलावा 23 से 29 के बीच कांग्रेस तीन बड़ी रैली करेगी, इन तीन रैली में राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और कांग्रेस के अन्य वरिष्ठ नेता एक मंच पर नजर आएंगे।
शिअद प्रमुख सुखबीर बादल अपने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ एक बड़ी चुनावी रैली कर सकते हैं। पीएम मोदी भाजपा की पटियाला से प्रत्याशी परनीत कौर के लिए वोट मांगकर शुरुआत करेंगे। गृहमंत्री अमित शाह के प्रोग्राम तय किए जा रहे हैं, जबकि यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का लुधियाना, बटाला और जालंधर प्रोग्राम तय किया जा रहा है। हालांकि, अभी तक का पार्टी का फोकस पीएम के प्रोग्राम पर लगा हुआ है।
बड़े नेताओं ने जालंधर, पटियाला व गुरदासपुर में डेरा डाला हुआ है। बसपा सुप्रीमो मायावती भी 24 मई को पंजाब आ रही है। वह इस दौरान हलका नवांशहर में रैली करेंगी। अभी तक उनका सुबह 11 बजे का समय तय हुआ है। वहीं मायावती खुद अपने पंजाब दौरे की जानकारी मीडिया से शेयर कर चुकी है।