दूर नहीं हुई विज की नाराजगी, मनोहर लाल पर साधा निशाना

अनिल विज विधानसभा कमेटी का सदस्य बनने को लेकर स्पीकर से मिलने पहुंचे। मंत्रिमंडल विस्तार कार्यक्रम में वह शामिल नहीं हुए। विज बोले कि सीएम बदलना मेरे लिए बम गिरने जैसा था, जानकारी नहीं दी गई थी। मनोहर लाल की निगाहें कहीं होती हैं और निशान कहीं, मैं नाराज नहीं स्पष्टवादी हूं।

हरियाणा के पूर्व गृह मंत्री अनिल विज की नाराजगी दूर नहीं हुई है। वह मंगलवार को हुए मंत्रिंडल विस्तार में भी शामिल नहीं हुए। एक तरफ राजभवन में मंत्रिमंडल के विस्तार की तैयारियां चल रही थीं, दूसरी तरफ विज विधानसभा कमेटी का सदस्य बनने के लिए विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता से मिलने पहुंच गए।

इस दौरान पत्रकारों से बातचीत विज ने कहा कि विधायक दल की बैठक में सीएम बदलना उनके लिए बम गिरने जैसा था। इस बारे में उनको पहले कोई जानकाररी नहीं दी गई थी। इतना ही नहीं विज ने पूर्व सीएम मनोहर लाल पर भी निशाना साधा और कहा कि मनोहर लाल की निगाहें कहीं होती हैं और निशान कहीं। उन्होंने कहा, मैं नाराज नहीं स्पष्टवादी हूं। इससे पहले अनिल विज मंगलवार सुबह अंबाला छावनी में हुए मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के स्वागत समारोह में भी नहीं शामिल हुए।

मंगलवार दोपहर करीब साढ़े 12 बजे विज विधानसभा पहुंचे और अध्यक्ष से मुलाकात कर किसी कमेटी का सदस्य बनने की बात कही। अध्यक्ष ने उन्हें आश्वस्त किया है कि वह किसी न किसी कमेटी के सदस्य जरूर बनाए जाएंगे। विज ने कहा कि कमेटी सदस्य बनने के बाद वह हर मंगलवार और बुधवार को कमेटियों की बैठक में शामिल होने चंडीगढ़ आएंगे।

सैनी सरकार के मंत्रिमंडल में में शामिल होने की इच्छा पर विज ने कहा कि यह हाई-पोथेटिकल सवाल है। मंत्रिमंडल विस्तार के बारे में उन्हें कोई सूचना नहीं है। उन्होंने कहा कि वह नाराज नहीं हैं, बल्कि भाजपा भगत हैं और अब पहले से भी ज्यादा पार्टी के लिए काम करूंगा। वहीं, मुख्यमंत्री नायब सैनी के मंगलवार को अंबाला छावनी में हुए स्वागत समारोह में पहुंचने, लेकिन उनके घर नहीं आने के सवाल पर विज ने कहा कि अगर वह घर आते तो चाय पिलाता।

वैसे मैं हूं भी सबसे वरिष्ठ नेता
पूर्व सीएम मनोहर लाल के विज के जल्दी नाराज होने और फिर मान जाने। साथ ही विज को वरिष्ठ बताने के बयान पर अनिल विज ने कहा कि वह उनका धन्यवाद करते हैं कि अगर वे ऐसा मानते हैं। वैसे मैं हूं भी वरिष्ठ नेता। प्रदेश सरकार में उनसे वरिष्ठ कोई नहीं है।

मानने को तैयार नहीं विज
भाजपा से जुड़े सूत्रों के अनुसार केंद्रीय नेतृत्व के कई नेताओं ने अनिल विज को मनाने की कोशिश की, लेकिन वे राजी नहीं हुए। विज के नहीं मानने के चलते ही मंगलवार को मंत्रिमंडल का विस्तार किया गया। इससे पहले 12 मार्च को जब मनोहर लाल के इस्तीफे के बाद नायब सिंह सैनी प्रदेश के नए मुख्यमंत्री बने तो उस समय मंत्रियों की लिस्ट में अनिल विज का भी नाम था, लेकिन विज सैनी सरकार में मंत्री बनने को तैयार नहीं हैं।

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