केरल में यदि वाहन मालिक ने लंबित चालान का भुगतान नहीं किया है, तो वाहनों को 1 दिसंबर, 2023 से प्रदूषण नियंत्रण (पीयूसी) प्रमाणपत्र जारी नहीं किया जाएगा। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, यह फैसला सोमवार को परिवहन मंत्री एंटनी राजू की अध्यक्षता में हुई बैठक में लिया गया।
बैठक ने निष्कर्ष निकाला कि एआई कैमरे की स्थापना के बाद से पांच महीनों में यातायात दुर्घटनाओं से मृत्यु दर में गिरावट आई है।
यह भी पाया गया कि जून 2023 से 31 अक्तूबर 2023 के बीच राज्य में वाहन दुर्घटनाओं में 1,263 लोगों की मौत हुई, जो 2022 में इसी अवधि के दौरान हुई 1,669 मौतों से कम है।
सितंबर में, यातायात दुर्घटनाओं में 273 मौतें हुईं, जो पिछले वर्ष के इसी महीने में हुई 365 मौतों से कम हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, अक्तूबर 2022 में 340 यातायात दुर्घटना मौतें हुईं, लेकिन इस अक्तूबर में सिर्फ 85 मौतों के साथ उल्लेखनीय रूप से कम आंकड़ा दर्ज किया गया। यहां ध्यान देने वाली बात यह है कि अस्पताल में गंभीर हालत में कई व्यक्तियों के चल रहे उपचार को देखते हुए, मृत्यु दर बदल सकती है।
जून और अक्तूबर के बीच, राज्य के कैमरों ने कुल 7,432,371 यातायात उल्लंघनों का पता लगाया। इनमें से, अधिकारियों ने 5,829,926 मामलों की समीक्षा की, 2,306,023 मामलों को इंटीग्रेटेड ट्रांसपोर्ट मॉनिटरिंग सिस्टम (एकीकृत परिवहन निगरानी प्रणाली) पर अपलोड किया और 2,103,801 उल्लंघनों के लिए जुर्माना लगाया। अब तक, सरकार ने जुर्माने के रूप में लगभग 21.5 करोड़ रुपये इकट्ठा किए हैं।
अक्तूबर में सबसे ज्यादा उल्लंघन के मामले बिना हेलमेट के दोपहिया वाहन चलाना था, जिसकी संख्या 21,865 थी। इसके अलावा, कैमरे ने पीछे बैठने वालों के हेलमेट न पहनने के 16,581 मामले, आगे की सीट पर बैठे यात्रियों द्वारा सीट बेल्ट की अनदेखी करने के 23,296 मामले, कार चालकों द्वारा सीट बेल्ट न लगाने के 25,633 मामले और मोबाइल फोन के इस्तेमाल के उल्लंघन के 662 मामले रिकॉर्ड किए।