लखीमपुर खीरी के संपूर्णानगर में आपत्तिजनक वीडियो वायरल होने से आहत किशोरी की आत्महत्या के बाद शनिवार को कस्बे में बवाल हो गया। गिरफ्तार हो चुके मुख्य आरोपी जोहिद अख्तर के बाद नामजद उसके परिजनों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर लोगों ने सुबह नौ बजे किशोरी का शव खजुरिया मार्ग पर रखकर जाम लगा दिया था। प्रदर्शन करते हुए कई दुकानों में तोड़फोड़ करने के साथ ही जोहिद की फर्नीचर की दुकान का सामान बाहर निकालकर फूंक दिया।
पुलिस ने लाठीचार्ज किया तो भीड़ ने भी पत्थर बरसाए। पांच घंटे बवाल चलता रहा। वहीं, आरोपी की अवैद दुकान हटाने को लेकर लोक निर्माण विभाग खंड 3 की तरफ से नोटिस चस्पा किया गया था, जिसमें रविवार 10 बजे तक की मोहलत दी गई थी। करीब 11:30 बजे एसडीएम सीओ की मौजूदगी में आरोपी की दुकान को बुलडोजर से ध्वस्त करा दिया।
उधर, पलिया विधायक हरविंदर साहनी उर्फ रोमी साहनी ने पीड़ित परिवार से मुलाकात की। उन्होंने सांत्वना देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री से उनकी बात इस प्रकरण को लेकर हुई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि दोषियों को सजा मिलेगी। विधायक ने पीड़ित परिवार को मदद के तौर पर 50 हजार रुपये दिए।
डीएम महेंद्र बहादुर सिंह और एसपी गणेश प्रसाद साहा से लेकर शाम तक आईजी रेंज तरुण गाबा भी मौके पर पहुंचे। पीड़ित परिवार की मांगें माने जाने का आश्वासन देकर शव का अंतिम संस्कार कराया। वहीं हालात न संभाल पाने पर एसपी ने थाना प्रभारी सियाराम वर्मा को निलंबित कर दिया। कस्बे में पीएसी और एसएसबी की तैनाती की गई है।
शुक्रवार रात लाया गया था शव
शुक्रवार रात पोस्टमार्टम के बाद किशोरी का शव गांव लाया गया। तभी से लोगों में आक्रोश था। सुबह होते-होते यही आक्रोश बवाल में तब्दील हो गया। इकट्ठे हुए लोग सभी आरोपियों को फांसी की सजा देने और दुकानों पर बुलडोजर चलाने की मांग करने लगे। सूचना पर पहुंचे पलिया के एसडीएम कार्तिकेय सिंह, सीओ पलिया आदित्य कुमार, सीओ निघासन राजेश कुमार आदि भीड़ को समझाने में लगे रहे। 11 बजे का समय देने के बाद भी गिरफ्तारी और बुलडोजर की कार्रवाई होती न देख भीड़ ने दुकानों में तोड़फोड़ शुरू कर दी।
एएसपी नैपाल सिंह भी मौके पर पहुंचे और विधिक कार्रवाई करने और आरोपियों को पकड़े जाने का आश्वासन देते रहे, लेकिन गुस्साई भीड़ फिर भी नहीं मानी। भीड़ ने आरोपी युवक की दुकान का टिन शेड तोड़कर सामान बीच सड़क पर रख दिया और पुलिस के सामने ही आग लगा दी। इसके बाद पुलिस ने उग्र हुई भीड़ पर लाठीचार्ज किया तो भीड़ ने पुलिस को दौड़ा लिया। पत्थर और बोतलें फेंकी गईं। बचाव में पुलिसकर्मी थाने में घुस गए और उसके बाद पूरी तैयारी के साथ पहुंचकर उग्र भीड़ पर लाठियां भांजी।
दोपहर में डीएम व एसपी ने भी परिजन से बात की और अलग-अलग ले जाकर सभी घर के सदस्यों को समझाया। अपनी दस सूत्री मांगों को रखते हुए परिजनों ने भीड़ पर कोई कार्रवाई न करने की बात कही। मांगें पूरा करने के लिए डीएम से मिले आश्वासन के बाद परिजन माने और शव वहां से हटाया।
बंद रहा बाजार
जोहिद के साथ ही दूसरे समुदाय के लोगों की दुकानों पर भीड़ का गुस्सा उतरा। खुजरिया मार्ग पर फल, सब्जी व अन्य चीजों की जितनी भी दुकानें थीं, उनमें तोड़फोड़ की और सारा सामान तहस-नहस कर दिया। इस दौरान कई बार पुलिस की भीड़ से झड़प हुई। घटना के बाद पूरा बाजार भी बंद रहा।
मुख्य आरोपी हो चुका है गिरफ्तार
मृतका की मां की तहरीर के आधार पर आरोपी जोहिद अख्तर, उसके दो भाइयों शोएब अख्तर व शोहिल और पिता जाहिद नूर के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया था। मुख्य आरोपी जोहिद अख्तर को पुलिस ने शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया था। उस पर किशोरी से दुष्कर्म करने का भी आरोप है।
एसपी गणेश प्रसाद साहा ने कहा कि मामले में रिपोर्ट दर्ज हो चुकी है, मुख्य आरोपी को पुलिस ने पकड़ लिया है। बाकी आरोपियों की तलाश की जा रही है। मामले में सभी पहलुओं को देखते हुए आगे की कार्रवाई की जाएगी। लाठीचार्ज समेत अन्य बिंदुओं की जांच कराई जाएगी।
आईजी रेंज लखनऊ तरुण गाबा शनिवार देर शाम संपूर्णानगर पहुंचे। डीएम और एसपी से मुलाकात कर पूरा मामला जाना और मृत किशोरी के परिजनों से मिलने पहुंच गए। उन्होंने कहा कि अगर आरोपी ने दुकान अवैध तरीके से बनाई है तो एसडीएम व पीडब्ल्यूडी विभाग के अधिकारी जांच करेंगे और जांच के बाद दुकान ध्वस्त की जाएगी।