नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के पुरी के जगन्नाथ मंदिर में मंदिर के एक सेवायत (पुजारी) सोमनाथ कुंठिया ने पूजा करने पर आपत्ति जताई है। पुजारी की इस आपत्ति से राजनीतिक पारा चढ़ता नजर आ रहा है। तृणमूल कांग्रेस ने उसकी इस हरकत के पीछे भाजपा को जिम्मेदार ठहराया है।
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वहीं, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष ने इससे इंकार करते हुए कहा कि ममता गोमांस खाने वालों के पक्ष में हमेशा बोलती रही हैं, लिहाजा पुजारी को उनकी धार्मिक आस्था पर संदेह हुआ होगा इसलिए उन्होंने आपत्ति जताई होगी।
गौरतलब है कि सोमनाथ ने सोमवार को मंदिर कमेटी के पास जाकर ममता के वहां आने और पूजा करने पर सख्त आपत्ति जताई और विरोध-प्रदर्शन किया। इसके बाद पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया।
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सोमनाथ ने बताया कि ममता ने गाय और भैंस का मांस खाने की अनुमति देकर हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है। पुरी मंदिर एक हिंदू सनातन मंदिर है। इसलिए मैंने उनके मंदिर में प्रवेश का विरोध करने का निर्णय लिया है। हालांकि मंदिर के अन्य पुजारी ममता के स्वागत के लिए तैयार हैं।
जगन्नाथ मंदिर के दायित्व प्राप्त पुजारी सोम महापात्र ने कहा कि ममता बनर्जी पुरी मंदिर में पहुंचेंगी तो मैं ‘खांडुआ’ देकर उनका स्वागत करूंगा। ममता मंदिर में करीब एक घंटे तक रहेंगी।