भारतीय दौरे पर शर्मनाक हार के बाद एलेस्टर कुक ने इंग्लैंड की कप्तानी छोड़ दी। इसके बाद नए सिरे से इंग्लैंड के नए कप्तान की तलाश शुरु हुई। इस दौरान चयनकर्ताओं ने जो रूट और बेन स्ट्रोक्स सहित कई खिलाड़ियों का कप्तानी के लिए इंटरव्यू लिया। लेकिन इस दौरान इंग्लैंड के एक क्रिकेटर की इंग्लैंड का कप्तान बनने की आस उसके दिल में ही रह गई। इंग्लैंड के क्रिकेट इतिहास के सबसे सफल गेंदबाज जेम्स एंडरसन का मानना है वो इंग्लैंड के लिए अच्छे कप्तान साबित होते। लेकिन वो इस बात से बेहद निराश हैं कि उनके नाम पर कप्तानी के लिए विचार भी नहीं किया।
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इंग्लैंड के लिए 122 टेस्ट मैचों में 467 विकेट लेने वाले एंडरसन का मानना है कि उनकी उम्र उनके कप्तान बनने की राह में सबसे बड़ी बाधा बनी। उनका मानना है कि भले ही उन्हें कप्तान नहीं बनाया जाता लेकिन उनके कप्तानी के लिए उनके नाम पर विचार किया जाना चाहिए था। एंडरसन ने कहा, व्यक्तिगत तौर पर जब मैंने इस बारे में सोचा कि 34 साल की उम्र में एक कप्तान अपनी टीम को कहां ले जा सकता है। मुझे नहीं मालूम कि मैं कब तक खेल पाउंगा लेकिन यदि दीर्घकालिक रूप से देखा जाए तो एक युवा को टीम की कप्तानी सौंपे जाने का निर्णय सही है।
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एंडरसन ने आगे कहा, मैं जितने भी तेज गेंदबाजों को जानता हूं जिन्होंने कप्तानी की वो सभी सफल रहे। मुझे नहीं मालूम कि तेज गेंदबाजों को टीम का कप्तान क्यों नहीं बनाया जाता। मैं चाहता हूं कि गेंदबाज भी कप्तान बनें।
नए कप्तान जो रूट के बारे में एंडरसन ने कहा, रूट में वो सभी खूबियां हैं जो एक कप्तान में होनी चाहिए। वह एक परिपक्व खिलाड़ी है। वह पिता भी बन चुके हैं यह बात उनकी कप्तानी में भी मदद करेगी। उनकी क्रिकेट की समझ भी अच्छी है। कई साल तक वह टीम के उपकप्तान रहे इसलिए बहुत सहजता से वह इस नई जिम्मेदारी निभाने में सफल होंगे। कुछ लोगों का मानना है कि कप्तानी के दबाव में उनकी बल्लेबाजी पर असर पड़ेगा लेकिन मेरी समझ में अब ततक उन्हें जो भी भूमिका दी गई उन्होंने उसका बहुत अच्छी तरह पालन किया। ऐसा ही हमें उनकी कप्तानी में देखने को मिलेगा। यदि वह मेरी गेंदबाजी के तरीके में बदलाव करना चाहते हैं तो इस बारे में मैं उनसे बात करूंगा।