देहरादून, नगर कोतवाली पुलिस ने चोरी के एक इनामी को 23 साल बाद हरिद्वार से गिरफ्तार किया है। आरोपित ने 1994 में अपने ठेकेदार के गल्ले से 20 हजार रुपये चुरा लिए थे। तब पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था, लेकिन जमानत पर छूटने के बाद वह फरार हो गया।
नगर कोतवाल रितेश शाह ने बताया कि आरोपित राजकुमार निवासी ग्राम बंजारावाला बिहारीगढ़ सहारनपुर उप्र वर्तमान निवासी हेतमपुर रोशनाबाद हरिद्वार 1994 में टेलीफोन की केबल डालने वाले ठेकेदार के साथ काम करता था। इसी दौरान आरोपित ने अपने मालिक के गल्ले से 20 हजार रुपये चोरी कर लिए। इस मामले में ठेकेदार की शिकायत पर आरोपित के खिलाफ नगर कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया। तब पुलिस ने राजकुमार को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
कुछ समय आरोपित जेल में ही रहा, जिसके बाद वह जमानत पर बाहर आ गया। जमानत पर छूटने के बाद वह फरार हो गया। पुलिस ने आरोपित की तलाश की, लेकिन उसका कहीं पता नहीं लगा। 1998 में आरोपित को भगोड़ा घोषित किया गया। तब से अब तक आरोपित लगातार अपने ठिकाने बदलता रहा। इसके बाद आरोपित पर 2500 रुपये इनाम भी घोषित किया गया। लक्खीबाग पुलिस चौकी इंचार्ज हर्ष अरोड़ा को सूचना मिली थी कि आरोपित हरिद्वार में छिपा हुआ है। उन्होंने तुरंत पुलिस टीम के साथ छापेमारी करते हुए आरोपित को शनिवार को बिस्कुट चौक हेतमपुर सिडकुल हरिद्वार से गिरफ्तार कर लिया।
पान का खोखा चला रहा था आरोपित
कोतवाल ने बताया कि राजकुमार कुछ समय सहारनपुर क्षेत्र में रहा। इसके बाद वह हरिद्वार आ गया और उसने बिस्कुट चौक क्षेत्र में पान-बीड़ी का खोखा खोल दिया। पुलिस आरोपित की तलाश में लंबे समय से लगी हुई थी।