दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल में पांच और लैब तकनीशियन संक्रमित मिले हैं। पिछले दो दिन में अस्पताल के छह तकनीशियन की रिपोर्ट पॉजिटिव आ चुकी है। इसके बावजूद भी लैब बंद व सैनिटाइज न किए जाने से तकनीशियन नाराज हैं। उन्होंने बुधवार से सैंपलिंग बंद करने की चेतावनी दी है। इधर, प्राचार्य डॉ. आशुतोष सयाना का कहना है कि स्टाफ का लगातार संक्रमित होना चिंताजनक है। इसका एक दूसरा पक्ष भी है। दून अस्पताल कोविड-हॉस्पिटल है और हम किसी भी स्थिति में काम बंद नहीं कर सकते। वहीं, चार इलाकों में कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं। दो कंटेनमेंट जोन समाप्त हुए। जिले में कंटेनमेंट जोन की संख्या 44 हो गई है।
सोमवार को अस्पताल की माइक्रोबायोलॉजी लैब में एक तकनीशियन में कोरोना की पुष्टि हुई थी। जिस पर कर्मचारियों ने लैब बंद करने और सैनिटाइज किए जाने की मांग की थी, लेकिन अस्पताल प्रशासन ने ऐसा नहीं किया। मंगलवार को अन्य कर्मचारियों की जांच कराई गई तो उसमें पांच अन्य तकनीशियन भी संक्रमित मिले। जिस पर तकनीशियन में आक्रोशित हैं। उन्होंने बुधवार से काम न करने की चेतावनी दी है। उनका कहना है कि लैब 48 घंटे के लिए बंद कर सैनिटाइज की जाए। या फिर उन्हें क्वारंटाइन किया जाए। जबकि अधिकारियों का कहना है कि लैब को नियमित रूप से सैनिटाइज कराया जाता है। क्लोज कॉन्टेक्ट वालों की जांच भी कराई जा रही है।
कैंट अस्पताल बंद
गढ़ी कैंट स्थित कैंट अस्पताल भी बुधवार तक बंद रहेगा। यहां तैनात एक एक्सरे तकनीशियन की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। जिसके बाद अस्पताल को बंद कर सैनिटाइज किया जा रहा है।
दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल में रैपिड एंटीजन टेस्ट बंद
दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल में रैपिड एंटीजन टेस्ट पिछले तीन दिन से बंद है। जिसके चलते मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। फिलवक्त केवल आरटी-पीसीआर जांच कराई जा रही है। जिसकी रिपोर्ट आने में दो से तीन दिन लग रहे हैं। यही नहीं, मरीजों को रिपोर्ट के लिए भी चक्कर काटने पड़ रहे हैं। सूत्रों के अनुसार अस्पताल में एंटीजन किट खत्म है। इसी कारण जांच बंद है। जबकि प्राचार्य डॉ. आशुतोष सयाना का कहना है कि एंटीजन किट की कोई कमी नहीं है। क्योंकि हमारे पास आरटी-पीसीआर जांच के पर्याप्त इंतजाम हैं, तो अब ज्यादातर यही जांच कराई जा रही है।
द दून स्कूल में कोरोना की दस्तक
प्रतिष्ठित द दून स्कूल में भी कोरोना दस्तक दे चुका है। स्कूल के चार कर्मचारियों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि होने की बात सामने आई है। फिलहाल स्कूल प्रशासन ने केवल एक कर्मचारी में कोरोना की पुष्टि होने की बात स्वीकारी है। स्कूल के हेडमास्टर डॉ. जगप्रीत सिंह ने बताया कि एक प्रशासनिक कर्मचारी कुछ दिन से अस्वस्थ था। उसने एहतियात के तौर पर कोरोना का टेस्ट करवाया था, जिसमें उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।