बजट पेश होने में अब कुछ ही दिन बाकी है। ऐसे में सबकी नजर सरकार की घोषणाएं पर होंगी। सरकार आम लोगों और कंपनियों, दोनों को खुशखबरी दे सकती है क्योंकि नोटबंदी के बाद सरकार का ध्यान सेंटिमेंट सुधारने पर है।
– इस बजट में ऐसे उपायों की घोषणा की जाएगी, जिनसे मांग और निजी क्षेत्र का निवेश बढ़े।
– बजट में ऐसे उपाय किए जा सकते हैं, जिनसे लोगों की टेकहोम सैलरी बढ़ेगी।
– सरकार का मानना है कि इससे लोग सामान और सेवाओं पर खर्च बढ़ाएंगे। कॉर्पोरेट टैक्स भी घटाया जा सकता है ताकि कंपनियां निवेश शुरू करें।
– एक सरकारी अधिकारी ने बताया, ‘कई प्रस्ताव आए हैं। सरकार लोगों की खरीद की क्षमता बढ़ाना चाहती है, जिससे मांग बढ़े।’ हाल में सेंट्रल स्टैटिस्टिक्स ऑफिस (सीएसओ) ने वित्त वर्ष 2017 में जीडीपी ग्रोथ के 7.1% रहने का अनुमान लगाया था, जबकि पिछले साल ग्रोथ 7.6% थी।
हालांकि, इस अनुमान में नोटबंदी का असर शामिल नहीं है।
– वहीं, प्राइवेट एजेंसियों और ब्रोकरेज हाउसों का कहना है कि वृद्धि में काफी कमी आएगी और इकॉनमी को उबारने के लिए स्टीमुलस पैकेज देना पड़ सकता है।