राम मंदिर ट्रस्ट के गठन की चर्चाओं के बीच बाबरी मस्जिद के पक्षकार इकबाल अंसारी ने इच्छा जताई है कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर जो जमीन मिलनी है, उस पर मस्जिद की जगह धर्मशाला बनाई जाये. इकबाल अंसारी ने ये भी कहा कि चाहते हैं इस जमीन पर महिला अस्पताल और स्कूल बनाकर मिसाल पेश की जाये.
इकबाल अंसारी का यह बयान ऐसे वक्त में आया है जब सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर राम मंदिर ट्रस्ट गठन होने की मियाद पूरी होने जा रही है. कोर्ट ने अयोध्या केस में राम मंदिर के हक में फैसला सुनाते हुए केंद्र सरकार को मंदिर निर्माण के लिए तीन महीने के अंदर ट्रस्ट बनाने का आदेश दिया था. जबकि मस्जिद के लिए पांच एकड़ जमीन देने का आदेश सरकार को दिया था.
राम मंदिर निर्माण के लिए ट्रस्ट के गठन की मियाद 9 फरवरी को पूरी हो रही है और उससे पहले ही इकबाल अंसारी ने कह दिया है कि वो चाहते हैं अगर मस्जिद के लिए जमीन मिले तो उस पर स्कूल, अस्पताल और धर्मशाला बनाएं जाये.
इकबाल अंसारी ने कहाहै कि हम सुप्रीम कोर्ट के आदेश का सम्मान करते हैं, लेकिन हम चाहते हैं कि इस जमीन पर सबसे पहले धर्मशाला बनाएं. अयोध्या में पहले से कई मस्जिद हैं और उन्हीं में किसी मस्जिद को विकसित कर लिया जाएगा.
इकबाल अंसारी ने कहा कि सरकार से मिलने वाली जमीन पर सबसे पहले एक धर्मशाला बनाने की हमारी इच्छा है जिससे अयोध्या में भगवान राम का दर्शन करने के बाद धर्मशाला में लोग आराम कर सकें. उन्होंने कहा कि दर्शन के बाद भक्तों को आराम की जरूरत होती है, इसलिए हम फ्री धर्मशाला बनाएंगे क्योंकि अयोध्या में फ्री धर्मशाला कहीं नहीं है.
इकबाल अंसारी ने कहा कि अगर उनकी ये ख्वाहिश पूरी हो गई तो अयोध्या एक बार फिर एक नयी मिसाल कायम करेगा.