राजधानी दिल्ली के निर्भया गैंगरेप केस के दोषियों को सात साल बाद भी फांसी नहीं मिली. चारों दोषी कानून के नियमों का इस्तेमाल करके लगातार अपनी फांसी में देरी करा रहे हैं. इस बीच आज दोषियों की फांसी में देरी और इसपर हो रही राजनीति को लेकर निर्भया की मां आशा देवी रो पड़ीं. उन्होंने कहा कि नेता एक बच्ची की मौत से खिलवाड़ कर रहे हैं.
बच्ची की मौत के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं- निर्भया की मां
निर्भया की मां आशा देवी ने कहा, ‘’मैंने कभी राजनीति पर बात नहीं की. लेकिन अब मैं कहना चाहती हूं कि जब 2012 में घटना हुई, इन्हीं लोगों ने हाथ में तिरंगा लिया और खूब नारे लगाए. रैलियां भी की, लेकिन अब वही लोग एक बच्ची की मौत के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं. एक दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं.’’
दरअसल निर्भया की मां बीजेपी और आम आदमी पार्टी की ओर से एक दूसरे पर लगा रहे आरोपों को लेकर अपनी बात रख रही थीं. इस केस में एक तरफ बीजेपी दिल्ली की सत्ता पर काबिज आम आदमी पार्टी पर देरी करने का आरोप लगा रही है तो वहीं आम आदमी पार्टी बीजेपी को दोषियों की फांसी के लिए कसूरवार ठहरा रही है.
दिल्ली सरकार की खामी के चलते जिंदा है हत्यारे- जावड़ेकर
बता दें कि कल केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता प्रकाश जावड़ेकर ने आम आदमी पार्टी सरकार पर हमला करते हुए कहा कि निर्भया का परिवार आज भी अगर इंसाफ के इंतजार में भटक रहा है तो उसकी वजह आम आदमी पार्टी सरकार की लापरवाही है. इसी लापरवाही के चलते निर्भया के दोषियों को आज तक फांसी पर नहीं लटकाया जा सका.
2017 में सुप्रीम कोर्ट से पहली याचिका खारिज होने के बाद तिहाड़ जेल प्रशासन जो कि दिल्ली सरकार के अधीन आता है, उसको इन दोषियों को जो नोटिस दिया जाना चाहिए था वह दिया ही नहीं गया. इसके-उबके बीच अब आप दिल्ली सरकार के वकील कोर्ट में खुद कह रहे हैं कि 22 जनवरी को फांसी नहीं हो सकती.
प्रकाश जावड़ेकर ने सवाल उठाते हुए कहा कि आखिर इन दोषियों को अपील के लिए इतना वक्त दिया किसने!! जबकि नियम के मुताबिक मई 2017 में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद इनको 1 हफ्ते का वक्त दिया जाना चाहिए था और अगर ऐसा किया जाता तो अब तक उनकी सारी अपील खत्म हो गई होती और अब से काफी पहले ही फांसी पर लटक गए होते.
जावड़ेकर के आरोपों पर आप ने क्या कहा?
वहीं, प्रकाश जावड़ेकर के इन आरोपों पर दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा, ‘’दुःख हुआ कि केंद्र के वरिष्ठ मंत्री इतने संवेदनशील मसले पर इतना बड़ा झूठ बोल रहे हैं. पुलिस आपकी है, कानून व्यवस्था की जिम्मेदारी आपकी है, तिहाड़ के डीजी आपके हैं, फिर सवाल हमसे क्यों पूछा जा रहा है? मैं जानता हूं कि आपके पास मुद्दे नहीं हैं, लेकिन इतनी घटिया बयानबाजी मत कीजिए. दिल्ली पुलिस दो दिन के लिए हमें देकर देख लीजिए, निर्भया के दोषियों को फांसी चढ़वा देंगे.’’