नई दिल्ली : बैंकिंग और वित्तीय लेनदेन में आधार कार्ड को अनिवार्य करने की कोशिश के बीच अब भगवान के दर्शन के लिए भी आधार कार्ड की जरुरत होगी।
बिना आधार कार्ड के मंदिर के अंदर तो जा सकेंगे लेकिन भगवान के दर्शन और प्रसाद के लिए आधार कार्ड अनिवार्य होगा। हालांकि आधार कार्ड न होने की स्थिति में छूट दी गई है। पैदल चलकर तिरुमाला पहाड़ी पर स्थित भगवान वेंकटेश्वर के दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को विशेष प्रवेश दर्शन और लड्डू के लिए पहचान पत्र के तौर पर आधार कार्ड होना आवश्यक है। मंदिर के जन संपर्क अधिकारी (PRO) टी रवि ने बताया कि यह व्यवस्था केवल विशेष प्रवेश दर्शन और लड्डू पर ही लागू होगी। वर्तमान में मंदिर में दर्शन करने वाले भक्तों को एक लड्डू मुफ्त और दो लड्डू छूट के साथ मिलते हैं। इसके साथ ही स्पेशल एंट्री भी व्यवस्था है।
टी रवि के मुताबिक जिन श्रद्धालुओं के पास आधार नहीं हो वह कोई अन्य अधिकृत पहचान पत्र (जैसे पासपोर्ट, वोटर कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस या पैन कार्ड) दिखा सकते हैं। जो लोग आईडी प्रूफ जमा नहीं करेंगे उन्हें तिरुमाला तक आने की इजाजत तो मिलेगी, लेकिन विशेष प्रवेश दर्शन और लड्डू नहीं मिलेंगे। उन्होंने बताया कि कुछ लोग सुविधाओं का मिसयूज (दुरुपयोग) करने लगे थे, इसलिए मंदिर को चलाने वाले तिरिमाला तिरुपति के एग्जीक्यूटिव ऑफिसर डी संबाशिव राव की ओर से गुरुवार को यह फैसला लिया है। ताकि सुविधाओं के दुरुपयोग को रोका जा सके। तिरुपति वेन्कटेशवर मन्दिर तिरुपति मे स्थित एक प्रसिद्ध मन्दिर है। तिरुपति भारत के सबसे प्रसिद्ध तीर्थस्थलों में से एक है। यह आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले में स्थित है। प्रतिवर्ष लाखों की संख्या में श्रद्धालु यहां दर्शन के लिए आते हैं। तिरुपति बालाजी को तिरूमाला वेंकटेश्वर भी कहा जाता है।