लोक निर्माण विभाग के टेंडर में खेल का आरोप लगाया गया है। इस मामले में कार्यों में लापरवाही बरतने पर लोक निर्माण विभाग के मुख्य अभियंता ने प्रशासनिक अधिकारी और प्रधान सहायक का स्पष्टीकरण तलब किया है। संतोषजनक जवाब न मिलने पर इन दोनों के खिलाफ आगे की कार्यवाही की जाएगी।
प्रयागराज में हुए ई-टेंडर की लखनऊ में आडिट हो रही है
दरअसल पिछले कुछ सालों में प्रयागराज में हुए ई-टेंडर की लखनऊ में आडिट हो रही है। आडिट टीम को शिकायत मिली थी कि प्रयागराज में हुए ई-टेंडर के कुछ बांड (सिक्योरिटी मनी) ठेकेदारों को चोरी छिपे दे दिए गए हैं। उन बांड से वह ठेकेदार कहीं और भी ठेका ले लिए हैं। वह एक ही बांड का दो-दो ठेकों में इस्तेमाल कर रहे हैं। इसलिए आडिट टीम ने मुख्य अभियंता हिमांशु मित्तल से उस बांड भेजने को कहा। वह बांड निर्माण खंड एक और चार का था। इसलिए मुख्य अभियंता ने प्रशासनिक अधिकारी संकठा प्रसाद तिवारी और प्रधान सहायक प्रेम चंद्र वर्मा को उसे 28 नवंबर तक पेश करने को कहा गया। हालांकि शाम तक उसे पेश नहीं किया गया। रात में उनको फोन भी किया लेकिन कागजात उपलब्ध नहीं कराया। फिर अगले सुबह दोनों ने वह कागजात मुख्य अभियंता को उपलब्ध कराया।
दूसरे ठेके में बांड के उपयोग की आशंका दूर हुई
बांड मिलने से वह आशंका दूर हो गई कि इसका दूसरे ठेके में उपयोग हुआ है। फिर भी देर से सरकारी कागजात उपलब्ध कराने पर मुख्य अभियंता ने दोनों कर्मचारियों पर नाराजगी जाहिर करते हुए स्पष्टीकरण तलब किया है। कहा कि 15 दिन में संतोषजनक जवाब न मिला तो दोनों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।