स्किन हमारी बॉडी का सबसे जरूरी अंग है और हमें इसकी अच्छे से देखभाल करनी चाहिए, खासतौर पर बढ़ती उम्र के साथ यह और भी जरूरी हो जाता है। 30 की उम्र ऐसी है जब हमारी स्किन पर कई तरह के बदलाव देखने को मिलते से हैं। आपकी स्किन पर उम्र बढ़ने के निशान जैसे झुर्रियां, फाइन लाइन्स, झाइयां, बड़े पोर्स, ड्राईनेस आदि दिखाई देने लगते है। इसलिए आपके साथ शेयर करने जा रहे है कुछ जरुरी टिप्स जो आपको स्किन केयर में शामिल करना चाहिए। …..
सनस्क्रीन : हालांकि ज्यादातर महिलाएं इसका इस्तेमाल करना भूल जाती है, लेकिन एसपीएफ एक जरूरी स्किन केयर स्टेप है। जी हां हम आमतौर पर भूल जाते हैं कि सूरज हमारी त्वचा का सबसे बड़ा दुश्मन है क्योंकि यह उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को तेज कर सकता है। गर्म इलाकों में रहने वाले लोगों के लिए 40 एसपीएफ से ऊपर के सनस्क्रीन का इस्तेमाल करना बेहद जरूरी होता है। जब आपकी उम्र 30 साल की हो जाती हैं तो एजिंग के साइन्स से लड़ने के लिए सनस्क्रीन का इस्तेमाल करना बहुत जरूरी हो जाता है। इसलिए, अपने एसपीएफ़ को हल्के में न लें, इसे अपनी त्वचा पर रखें।
पोर टाइटनिंग टोनर: अब जब आपकी उम्र 30 साल हो गई हैं तो अपने बेसिक टोनर की जगह एंटी-एजिंग टोनर को शामिल करें, जो विशेष रुप से बढ़े पोर्स से लड़ता है। टोनर आपकी त्वचा के पीएच लेवल को बैलेंस करते हुए आपकी त्वचा को फिर से बैलेंस करने और टॉक्सिन को दूर करेन में आपकी हेल्प करता है।
एंटी-एजिंग सीरम: आप मानो या न मनो! एंटी-एजिंग सीरम आपकी त्वचा पर अद्भुत तरीके से काम करता है। ऐसा इसलिए क्योंकि इसमें विटामिन के साथ-साथ कई अच्छे तत्व मौजूद होते है जो प्रभावी रूप से एंटी एजिंग प्रॉब्लम्स से लड़ते हैं। आप अपने लिए विटामिन सी सीरम या hyaluronic एसिड सीरम को चुनें और इसका इस्तेमाल दिन में दो बार टोनर के बाद करें।
आई क्रीम :आंखों के आसपास का हिस्सा आपके चेहरे की सबसे सेंसिटिव स्किन होती है और यही एजिंग के निशान सबसे पहले दिखाई देते हैं। इसलिए अपने स्किन केयर रुटीन में डे और नाइट आई क्रीम को शामिल करें। यह आंखों के आस-पास आने वाली झुर्रियों को रोकने में हेल्प करती है। लेकिन इसके लिए आपको अपनी स्किन के हिसाब से सही क्रीम को ढूंढना होगा।