पेरिस समझौते से अमेरिका ने अलग होने के लिए औपचारिक रूप से नोटिस दिया है, जिसे जलवायु परिवर्तन से लड़ने के लिए तैयार किया गया था | अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने सोमवार को घोषणा की थी कि अमेरिका ने जलवायु समझौते में वाशिंगटन की भागीदारी को खत्म करने की सालभर की प्रक्रिया शुरू करने के लिए संयुक्त राष्ट्र को सूचना भेजी है |
चीन के बाद अमेरिका कार्बन डाईऑक्साइड गैस का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक है जो ग्लोबल वार्मिग के लिए जिम्मेदार है | अमेरिकी दुनिया का सबसे बड़े प्रदूषक हैं और प्रत्येक 15.3 टन गैस उत्सर्जित किए जाने के जिम्मेदार हैं |
पोम्पियो ने कहा, “राष्ट्रपति ट्रंप ने पेरिस समझौते से हटने का निर्णय अमेरिका द्वारा समझौते में किए गए करार में अमेरिका के श्रमिकों, व्यवसायों और करदाताओं पर थोपे गए आर्थिक बोझ के कारण किया|” पेरिस समझौते की तीसरी वर्षगांठ सोमवार की थी, जिसे आवश्यक संख्या में देशों की मंजूरी के बाद लागू किया गया था |