अफ्रीकी देश माली के पूर्वोत्तर इलाके में शुक्रवार को माली सेना के एक ठिकाने पर हुए ‘आतंकवादी हमले’ की जिम्मेदारी आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट ने ली है। इस हमले 49 सैनिकों की मौत हो गई थी। इसके साथ ही इस्लामिक स्टेट ने एक बम ब्लास्ट में भी अपनी भूमिका बताई है जिसमें एक फ्रांसीसी सैनिक की जान चले गई थी। इस कुख्यात आतंकी संगठन ने अपने सोशल मीडिया चैनल पर एक बयान में कहा है कि, ‘खलीफा के सैनिकों ने इंडेलिमने गांव में माली सैनिकों के अड्डे पर हमला किया।’
आपको बता दें कि माली सशस्त्र सेना ने बताया है कि मेनका क्षेत्र में इंडेलिमने स्थित ठिकाने पर शुक्रवार को यह हमला किया गया था, जिसमें 49 सैनिकों की मौत हो गई थी और 3 अन्य जख्मी हो गए थे। वहीं 20 लोग पूरी तरह सुरक्षित बच निकले। वहीं, शनिवार को मेनका शहर के पास हुए एक आईईडी बम ब्लास्ट की चपेट में एक बख्तरबंद वाहन आने से उसमें सवार फ्रांसीसी कारपोरल रोनन पाइंट्यू की जान चले गई है। आईएस ने इस ब्लास्ट की भी जिम्मेदारी लेते हुए कहा कि उसके लड़ाकों ने फ्रांसीसी सेना के काफिले पर हमला किया था।
फ्रांस रक्षा मंत्रालय ने कहा कि माली नाइजर और बुर्किना फासो की बॉर्डर से सटे सीमा क्षेत्र में ‘यह घातक हमला सशस्त्र आतंकवादी समूहों के खिलाफ लड़ाई की कड़वाहट को प्रदर्शित करता है।’ फ्रांसीसी सशस्त्र बलों की मंत्री फ्लोरेंस पार्ली ने कहा कि वह जल्द ही माली के अधिकारियों से चर्चा करने के लिए वहां पहुंचेंगी।