गोरखपुर और फूलपुर के उपचुनावों में बीजेपी की हार और फिर 4 सांसदों के शिकायती पत्रों को लेकर पीएम मोदी ने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ से जवाब मांगा है। माना जा रहा है कि पीएम मोदी ने योगी आदित्यनाथ से पूछा है कि आखिर उत्तर प्रदेश में सबकुछ सही क्यों नहीं चल रहा है। शनिवार को अपने दिल्ली दौरे के वक्त सीएम योगी आदित्यनाथ ने बीजेपी चीफ अमित शाह से भी मुलाकात की थी, जिन्होंने कुछ मामलों में राज्य सरकार की असफलता को लेकर आपत्ति जताई।
अमित शाह 11 अप्रैल को लखनऊ जाकर जमीनी हकीकत का जायजा लेंगे। सूत्रों के अनुसार आरएसएस के दो शीर्ष नेताओं के तीन दिनों के यूपी दौरे के बाद पीएम मोदी और पार्टी मुखिया अमित शाह ने यूपी के सीएम से राज्य के हालात पर स्पष्टीकरण मांगा है। आरएसएस के सहसरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले और कृष्ण गोपाल ने सूबे के दो उपमुख्यमंत्रियों, मंत्रियों, पार्टी पदाधिकारियों, संघ नेताओं, जमीनी कार्यकर्ताओं और पब्लिक से अपने दौरे के वक्त योगी सरकार को लेकर फीडबैक लिया था।
आधिकारिक तौर पर सीएम योगी की पीएम नरेंद्र मोदी और अमित शाह से मुलाकात को औपचारिक मीटिंग और रूटीन चर्चा कहा जा रहा है। हालांकि पार्टी के आंतरिक सूत्रों का कहना है कि इसका असर जल्दी ही दिखाई देगा और कोई आश्चर्य नहीं होगा यदि आने वाले दिनों में सरकार और बीजेपी संगठन में कुछ बदलाव किए जाते हैं। बता दें कि आरएसएस ने पहले ही बीजेपी को एसपी-बीएसपी की एकता के चलते दलित और मुस्लिमों के बीजेपी के खिलाफ एकजुट होने की संभावना को लेकर चेताया है।
कहा जा रहा है कि इन रिपोर्ट्स से परेशान होकर ही पीएम मोदी ने शनिवार को योगी आदित्यनाथ को दिल्ली बुलाया था और उनसे जल्दी से जल्दी सभी मुद्दों से निपटने के लिए कहा। गौरतलब है कि एक अप्रत्याशित घटनाक्रम के तहत दलित समाज से आने वाले बीजेपी के 4 सांसदों ने अनुसूचित जाति के लोगों पर अत्याचार के विरोध में राज्य और केंद्र सरकार के समक्ष शिकायत दर्ज कराई थी।