ऋषिकेश: दुनिया के सात अजूबों में शामिल ताजमहल का दीदार महज 20 रुपये में हो जाता है। कुतुबमीनार, लालकिला व अजंता-एलोरा को देखने के लिए भी दस रुपये ही खर्च होते हैं। मगर, विश्वविख्यात बीटल्स के गुरु महर्षि महेश योगी की तपस्थली चौरासी कुटिया के दीदार के लिए देशवासियों को 150 रुपये खर्च करने पड़ते हैं। सात समुंदर पार से आने वाले विदेशी पर्यटक आज भी यहां 600 रुपये प्रवेश शुल्क के रूप में अदा कर रहे हैं।
राजाजी टाइगर रिजर्व के अंतर्गत करीब 15 एकड़ परिक्षेत्र में फैले चौरासी कुटिया शंकराचार्य नगर की स्थापना 60 के दशक में महर्षि महेश योगी ने की थी। बेजोड़ वास्तुकला का नमूना पेश करने वाली यह कुटिया देश-दुनिया से आने वाले पर्यटकों को आकर्षित करती थीं।
विश्वविख्यात म्यूजिकल ग्रुप बीटल्स के चार सदस्य जॉन लीनोन, पॉल नकार्टनी, जॉर्ज टेरिसन और ङ्क्षरगो स्टार 50 वर्ष पूर्व 16 फरवरी को यहां आए थे। करीब एक साल आश्रम में रहकर इन सितारों ने महर्षि महेश योगी से दीक्षा ली।
वर्ष 1983 में चौरासी कुटी को राजाजी नेशनल पार्क में शामिल कर लिया गया और इसी के साथ यहां पर्यटक गतिविधियों को सीमित कर दिया गया। धीरे-धीरे यह बंद हो गईं और यह क्षेत्र वीरान हो गया। दिसंबर 2015 में राजाजी नेशनल पार्क ने कुटी को पुन: पर्यटकों के लिए खोला, लेकिन शुल्क काफी ज्यादा रखा गया।
यहां प्रवेश शुल्क के रूप में भारतीयों को 150 तो विदेशियों को 600 रुपये देने पड़ते हैं। यहां आने वाले सैलानी भी यह कहते हैं कि प्रवेश शुल्क के मामले में यह देश का सबसे महंगा स्थल है।
बीते वर्ष सवा 22 लाख की कमाई
बीते एक वर्ष के दौरान चौरासी कुटिया में 16216 पर्यटकों की आमद हुई। इनसे 22 लाख 23 हजार 630 रुपये का राजस्व मिला। राजाजी टाइगर रिजर्व की ओर से जो नया ब्रोशर तैयार किया गया है, उसका विमोचन वन मंत्री हरक ङ्क्षसह रावत ने सोमवार को चौरासी कुटिया में आयोजित कार्यक्रम में किया। इसमें भी शुल्क को लेकर कोई रियायत नहीं दी गई है।
पर्यटक स्थलों में शुल्क (रुपये में)
पर्यटक स्थल——–विदेशी के लिए——भारतीयों के लिए
चौरासी कुटिया———–600——————-150
अजंता———————250——————–10
एलोरा———————-250——————–10
ताजमहल——————750——————–20
कुतुबमीनार—————-250——————-10
लालकिला——————250——————-10
हवामहल———————50——————-10
खुजराहो———————450——————फ्री
बुलंद दरवाजा————–485——————50
जल्द घटेगा शुल्क
पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज के मुताबिक अंतरराष्ट्रीय योग सप्ताह में पूरे सात दिन चौरासी कुटिया में पंजीकृत साधकों का प्रवेश फ्री होगा। भविष्य में यहां विदेशियों से 300 और भारतीयों से प्रति व्यक्ति सौ रुपये शुल्क लिया जाएगा। इस मामले में वन मंत्रालय शीघ्र निर्णय लेने वाला है।
सात दिन फ्री रहेगा प्रवेश
वन मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत के मुताबिक महर्षि की जयंती पर एक दिन और योग सप्ताह में सात दिन प्रवेश फ्री रखा जाएगा। वर्तमान में यहां जो प्रवेश दरें लागू की गई हैं, उनके पुनर्निर्धारण के प्रयास किए जाएंगे। हमारी कोशिश होगी कि यहां देशी-विदेशी पर्यटकों की संख्या बढ़े।