नई दिल्ली. महेन्द्र सिंह धोनी का वो एड तो आपको याद होगा, जिसमें वो पिच से लेकर खिलाड़ियों के दिमाग तक की पढ़ाई करते हैं. कुछ ऐसी ही पढ़ाई वो विराट एंड कंपनी के लिए साउथ अफ्रीका में भी कर रहे हैं. दक्षिण अफ्रीका में धोनी विराट के लिए साइकोलॉजिस्ट बन गए हैं और अफ्रीकी बल्लेबाजों की दिमाग की पढ़ाई कर रहे हैं.
धोनी पहले ही इसका अंदाजा लगा ले रहे हैं कि विरोधी बल्लेबाज क्या शॉट खेलने वाला है. गेंद जब उसके बल्ले से टकराएगी तो किधर जाएगी. साउथ अफ्रीका में धोनी की इस कामयाब पढ़ाई का फायदा भारतीय गेंदबाजों को विकेट के तौर पर मिल रहा है तो टीम इंडिया को जीत के तौर पर.
वीडियो में धोनी एक फील्डर को बल्लेबाज के शॉट खेलने से पहले ये पहले ही बताते दिख रहे हैं कि गेंद उसके पास बहुत तेज आने वाली है. वहीं दूसरे फील्डर से ये कहते दिख रहे हैं कि तैयार रहना, कैच आएगा, बाद में मत बोलना.
किधर गेंद जाएगी, किधर कैच उठेगा ये भांपने के अलावा धोनी के गेम की समझ साथी खिलाड़ियों चोट से भी बचाती है. वीडियो के एक पार्ट में धोनी रोहित शर्मा से कह रहे हैं कि इधर पास मत आना चोट लग जाएगा.
साउथ अफ्रीका में चहल और कुलदीप की जोड़ी ने भारतीय स्पिन की सफलता की नई इबारत लिखी है. उनकी इस कामयाबी में भी धोनी का बड़ा हाथ है . वीडियो में साफ दिख रहा है कि अमला के शॉट खेलने से पहले ही धोनी पता लगा ले रहे हैं कि वो शॉट अंदर खेलने वाले हैं ,जिस वजह से वो चहल को उन्हें सीधी गेंद डालने से मना कर रहे है, जबकि क्लासेन को धीमी गेंद डालने के लिए कहते दिख रहे हैं.
साउथ अफ्रीका में अपनी सफलता के क्रेडिट धोनी को देते हुए चहल ने कहा , ” विकेट के पीछे माही भाई इतने बेहतरीन हैं कि उससे हमारा आधा काम हो जाता है. वो काफी करीब से बल्लेबाज को देखते हैं और हमें बताते हैं कि गेंद कहां डालनी चाहिए, जिससे हमें गेंदबाजी में काफी मदद मिलती है.”
वीडियो में साउथ अफ्रीकी बल्लेबाजों की स्ट्रेटजी के बारे में धोनी विराट को भी पहले ही बताते दिख रहे हैं, ताकि वो अपना प्लान उस तरह से तैयार कर लें. विराट के लिए धोनी की ये साइकोलॉजिकल रणनीति साउथ अफ्रीका में जमकर कमाल कर रही है. साउथ अफ्रीका में भारत की पहली वनडे सीरीज जीत के पीछे भी धोनी की ब्रेन रीड करने की काबिलियत का बड़ा योगदान रहा है.
https://youtu.be/sNN3oQLqa0E