आपने हॉलीवुड और बॉलीवुड की वे साइंस फिक्शन फिल्में तो देखी ही होंगी, जिनमें रोबोट घायल हो जाए तो स्वयं को खुद ठीक कर लेता है। लड़ाई के दौरान उसका जो अंग जल जाता है वहां अपने आप नई त्वचा आ जाती है।
अब वैज्ञानिक इन कल्पनाओं को वास्तविकता के धरातल पर लाने के करीब पहुंच चुके हैं। वे अगली पीढ़ी का ऐसा आधुनिक रोबोट तैयार कर रहे हैं, जो मुलायम पदार्थों से बना होगा और उसकी जैविक प्रणाली काफी हद तक इंसानों जैसी होगी। जिस तरह इंसानों को चोट लगने पर उसकी कोशिकाएं स्वयं को ठीक करने लगती हैं ठीक वैसी ही प्रक्रिया भविष्य के रोबोट में भी होगी।
दरअसल, अमेरिका स्थित यूनिवर्सिटी ऑफ कोलाराडो के शोधकर्ताओं ने ऐसी आर्टिफिशल मांसपेशियां विकसित कर ली हैं, जिनमें स्वयं ठीक होने की क्षमता है। किसी भी तरह की खराबी होने पर ये मांसपेशियां अपने आप उसे ठीक कर लेती हैं और वो भी कई गुना तेजी से।
ये होगी खासियत
साइंस रोबोटिक्स नामक जर्नल में प्रकाशित अध्ययन के मुताबिक, कोलाराडो यूनिवर्सिटी के मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग के क्रिस्टोफ केप्लिंगर के मुताबिक, मशीन के ढांचे वाले कठोर रोबोट को थोड़ा नाजुक बनाने की कोशिश की गई है। इंसानों की तरह रोबोट में लगने वाली ये मांसपेशियां न सिर्फ उनकी चोट या खराबी को अपने आप ठीक कर देंगी, बल्कि इससे रोबोट, नाजुक चीजें को बिना नुकसान पहुंचाए उठा भी पाएंगे।
इस तरह तैयार कीं मांसपेशियां
शोधकर्ताओं ने इन मांसपेशियों को बनाने के लिए तीन अलग-अलग तकनीक बनाईं। इन सभी तकनीकों में विद्युत क्षमता वाले एक तरल पदार्थ का प्रयोग किया गया। इस तरल पदार्थ को अलग-अलग तरीके से पैकेट में पैक करके एक-दूसरे के साथ लगाया गया। जैसे ही रोबोट में कोई इलेक्ट्रिकल खराबी आती है तो ये पैकेट फट जाते हैं और उनके अंदर का तरल पदार्थ बेहद तेजी से खराबी को ठीक देता है।
शक्तिशाली और तेज तर्रार होगा
केप्लिंगर के मुताबिक, इस रोबोट को इस तरह तैयार किया जा रहा है, जिससे न केवल इसकी मांसपेशियां बेहद आधुनिक होंगी, बल्कि इसमें ऑक्टोपस की भुजाओं जैसी प्रतिक्रिया की क्षमता होगी। इसके अलावा ये रोबोट हमिंगबर्ड की तरह फुर्तीला और हाथी की तरह शक्तिशाली होगा।